सितंबर का महीना शुरू हो चुका है और यह आपके लिए ढेरों छुट्टियां लेकर आया है। अगर आप इस महीने कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। सितंबर के पहले हफ्ते में दो दिन की छुट्टियां हैं। इस दौरान स्कूल, कॉलेज, बैंक, सरकारी और निजी दफ्तर बंद रहेंगे। आइए जानते हैं ये छुट्टियां कब और क्यों हैं। ऑफिस और स्कूल जाने वालों को छुट्टियां हमेशा पसंद होती हैं। इस महीने में 5 रविवार और 2 सार्वजनिक अवकाश हैं। सितंबर के पहले हफ्ते में लगातार दो दिन की छुट्टियां रहेंगी। हालांकि, अभिभावक बच्चों की स्कूल की छुट्टियों को लेकर स्कूल प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं।
7 सितंबर 2024: गणेश चतुर्थी: वैसे तो गणेश चतुर्थी पर पूरे देश में एक समान सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है, लेकिन कुछ राज्यों में इसे क्षेत्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इन राज्यों में भी गणेश चतुर्थी पर अवकाश घोषित करना अनिवार्य नहीं है। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में गणेश चतुर्थी खास तौर पर धूमधाम से मनाई जाती है। किसी भी तरह की उलझन होने पर अभिभावक और छात्र स्कूल और यूनिवर्सिटी प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही कर्मचारी अपने ऑफिस या कार्यालय से जानकारी ले सकते हैं।
गणेश चतुर्थी क्या है?
गणेश चतुर्थी एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है। हिंदू समाज भगवान गणेश के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में इस त्यौहार को मनाता है। यह त्यौहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी आमतौर पर अगस्त या सितंबर के बीच की तिथि को मनाई जाती है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह की चतुर्थी को पड़ती है।
गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?
भगवान गणेश की पूजा: गणेश चतुर्थी भगवान गणेश की जयंती है, जिन्हें बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। गणेश को विघ्नहर्ता (बाधाओं को दूर करने वाले) और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है।
आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व: इस त्यौहार के दौरान घरों और सार्वजनिक स्थानों पर गणेश जी की मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं। लोग उनकी पूजा करते हैं, भजन गाते हैं और उनकी भक्ति के मार्ग पर चलते हैं।
सामाजिक एकता और उत्सव: गणेश चतुर्थी पर कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम होते हैं, जैसे गणेश पंडालों की सजावट, सांस्कृतिक प्रदर्शन और सार्वजनिक पूजा समारोह। यह त्यौहार समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है।
सार्वजनिक जीवन में उल्लास: गणेश चतुर्थी का उत्सव खुशी और आनंद का प्रतीक है। लोग इस त्यौहार को परिवार और दोस्तों के साथ मनाते हैं, जिससे उत्सव का माहौल और भी अधिक खुशनुमा हो जाता है। त्यौहार के अंत में गणेश प्रतिमाओं को जल में विसर्जित किया जाता है, जिसमें लोग गणेश की मूर्ति को जल में विसर्जित करते हैं और अगले वर्ष उनके वापस आने की प्रार्थना करते हैं।