पीटीईटी परीक्षा: बायोमैट्रिक फेस रीडिंग के बाद दी एंट्री

जोधपुर, 09 जून (हि.स.)। प्रदेश के करीब 1400 बीएड कॉलेजों में दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम और चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएससी बीएड व बीए बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए रविवार को पीटीईटी-2024 परीक्षा कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक हुई। जोधपुर में इस परीक्षा के लिए 75 केंद्र बनाए गए थे। भीषण गर्मी के बीच इन केंद्रों के बाहर परीक्षार्थी काफी देर तक लाइन में खड़े रहे। परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए परीक्षार्थियों को बायोमैट्रिक फेस रीडिंग के बाद एंट्री दी गई।

जोधपुर में परीक्षा समन्वयक डॉ. रिछपाल सिंह ने बताया कि इस बार इस परीक्षा का आयोजन वर्द्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा द्वारा किया गया। परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को गृह जिला ही आवंटित किया गया था। परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर एक घंटे पहले प्रवेश दिया गया। चुनिंदा परीक्षा केन्द्रों पर प्रवेश के बाद परीक्षा कक्षों में सभी परीक्षार्थियों की जांच बायो-मेट्रिक मशीनों से की गई। चेहरे एवं अंगूठे के निशान का मिलान किया गया, जिससे कोई भी परीक्षार्थी किसी दूसरे की जगह परीक्षा नहीं दे सके। इससे पहले सुबह अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनें लग गई। ट्रिपिल चैकिंग के बाद इनको एग्जाम रूम में बैठाया गया। पहली बार बायोमैट्रिक लेकर एंट्री दी गई। वहीं उडऩ दस्ता की टीम भी बनाई गई थी।

ट्रिपिल लेवल एंट्री चैकिंग

परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे। परीक्षार्थियों को ट्रिपिल लेवल चैकिंग के बाद एग्जाम सेंटर पर एंट्री दी गई। एग्जाम सेंटर के गेट पर आईडी कार्ड, पेन और ओरिजनल एडमिट कार्ड के अलावा किसी भी चीज को अलाउ नहीं किया गया। दूसरे लेवल पर बायोमेट्रिक हाजरी हुई जहां उनके रोल नंबर पर हॉलमार्क लगाया गया। इसके बाद रूम में प्रवेश हुआ। रूम में एंट्री के समय वीक्षकों ने भी इलेक्ट्रिक डिवाइस, मोबाइल या डिजिटल घड़ी आदि की चैकिंग की। परीक्षा सेंटर पर घड़ी, मोबाइल व अन्य किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ एंट्री नहीं दी गई। प्रत्येक एग्जाम सेंटर पर बारीकी से निरीक्षण किया गया।