Psychological Reasons : रोने के बाद ठंडे पानी से चेहरा क्यों धोते हैं हम? इसके पीछे सिर्फ आदत नहीं, छिपा है पूरा विज्ञान
News India Live, Digital Desk: Psychological Reasons : कभी न कभी, हम सब जी भर कर रोए हैं। मन हल्का करने के बाद सबसे पहला काम जो हम लगभग अपने आप करते हैं, वो है उठकर ठंडे पानी से अपना चेहरा धोना। पानी के छींटे मारते ही जैसे एक अजीब सा सुकून मिलता है और भारीपन कुछ कम हो जाता है।
पर क्या आपने कभी सोचा है कि हम ऐसा क्यों करते हैं? क्या यह सिर्फ एक आदत है या फिर इसके पीछे कोई असली वजह भी है? आपको जानकर हैरानी होगी कि इस छोटी सी आदत के पीछे एक गहरा मनोवैज्ञानिक और वैज्ञानिक कारण छिपा है।
मनोवैज्ञानिक कारण: आंसुओं को धो डालने की चाहत
सबसे पहला और सीधा कारण हमारे मन से जुड़ा है। जब हम रोते हैं, तो हम एक दुखद या भावुक अवस्था में होते हैं। चेहरा धोना उस अवस्था से बाहर निकलने का एक सांकेतिक (symbolic) तरीका है। हमें ऐसा महसूस होता है जैसे हम सिर्फ आंसू ही नहीं, बल्कि उस दुख और भारीपन को भी धो रहे हैं। यह एक तरह का 'रीसेट बटन' दबाने जैसा है, जो हमें यह सिग्नल देता है कि, 'चलो, अब जो हुआ सो हुआ, अब आगे बढ़ते हैं।' यह मन को शांत करने और एक नई शुरुआत करने में हमारी मदद करता है।
और अब जानते हैं इसके पीछे का विज्ञान!
यह सिर्फ मन का खेल नहीं है, ठंडे पानी का हमारे चेहरे पर एक असली वैज्ञानिक असर भी होता है, जो हमें तुरंत बेहतर महसूस कराता है।
- क्यों सूज जाती हैं आंखें और लाल होता है चेहरा?
जब हम रोते हैं, खासकर जब बहुत ज्यादा भावुक होकर रोते हैं, तो हमारे चेहरे की तरफ खून का दौरा (Blood Circulation) काफी बढ़ जाता है। इस वजह से हमारे चेहरे और आंखों के आसपास की महीन खून की नसें (Blood Vessels) फैल जाती हैं। इन नसों के फैलने की वजह से ही आंखें सूज जाती हैं, गाल लाल हो जाते हैं और चेहरे पर एक गर्माहट महसूस होती है। - ठंडा पानी करता है अपना 'जादू'
जैसे ही हम अपने चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारते हैं, यह जादू की तरह काम करता है। ठंडा तापमान इन फैली हुई खून की नसों को तेजी से सिकोड़ देता है (जिसे Vasoconstriction कहते हैं)।- सिकुड़ते ही सूजन और लाली गायब!
जैसे ही नसें सिकुड़ती हैं, चेहरे की तरफ बढ़ा हुआ खून का दौरा सामान्य होने लगता है। इससे आंखों की सूजन (Puffiness) और चेहरे की लाली (Redness) अपने आप कम हो जाती है। यही वजह है कि चेहरा धोने के कुछ ही देर बाद हमारा चेहरा पहले जैसा नॉर्मल दिखने लगता है।
- सिकुड़ते ही सूजन और लाली गायब!
- आंखों की जलन होती है कम
हमारे आंसुओं में नमक होता है। देर तक रोने से यह नमक हमारी त्वचा और आंखों में हल्की जलन पैदा कर सकता है। चेहरा धोने से ये नमक के कण भी साफ हो जाते हैं, जिससे आंखों को ठंडक और आराम मिलता है।
तो अगली बार जब आप किसी को रोने के बाद चेहरा धोते हुए देखें, तो समझ जाइएगा कि यह सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि मन और शरीर को शांत करने का एक बहुत ही असरदार और वैज्ञानिक तरीका है।
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