19 अप्रैल, 2024 तक की अवधि में शेयर बाजार रिटर्न के मामले में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) ने निजी बैंकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस दौरान जहां ज्यादातर निजी बैंकों ने नकारात्मक रिटर्न दिया है, वहीं पीएसबी ने 11 फीसदी से लेकर 41 फीसदी तक का रिटर्न दिया है। समीक्षाधीन अवधि में निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 21.35 फीसदी की तेजी आई, जबकि प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 4.34 फीसदी की गिरावट आई। बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में इस दौरान निफ्टी में 1.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि निफ्टी बैंक इंडेक्स में 1.49 फीसदी की गिरावट आई।
सरकार को पांच पीएसयू बैंकों में हिस्सेदारी बेचनी है
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों के अनुसार, लिस्टिंग के बाद तीन साल की अवधि के भीतर कंपनी में सार्वजनिक हिस्सेदारी कम से कम 25 प्रतिशत होनी चाहिए। सरकार के पास वर्तमान में अपने पांच बैंकों में 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है। इसलिए सरकार को इन पांच बैंकों – सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक में अल्पमत हिस्सेदारी बेचनी होगी। सरकार ने इसके लिए अगस्त, 2025 तक की समयसीमा तय की है.