वाराणसी,28 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में शत-प्रतिशत मतदान के लिए विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता भी सक्रिय हैं। मतदाता जागरूकता अभियान के जरिए मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं।
मंगलवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग में आयोजित संगोष्ठी ‘मतदान में जन सहभागिता और पत्रकारिता : वाराणसी लोकसभा के संदर्भ में’ छात्रों ने भी पूरे उत्साह के साथ भागीदारी की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी के प्रांत प्रचारक रमेश ने उपस्थित जन से शत प्रतिशत मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उंगली से इवीएम का बटन दबाना आपका अधिकार है, जो आगामी 5 वर्ष के लिए आपके भविष्य का निर्धारण करता है। बिना मतदान के जनमत का निर्माण असंभव है। अधूरे मतदान से अधूरा जनमत प्राप्त होता है। इसलिए हम सब का प्रयास होना चाहिए कि हमारे आसपास के बूथों पर पूर्ण मतदान हो, तभी पूर्ण बहुमत की सशक्त सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि हर एक वोट आपके द्वारा चयनित प्रत्याशी के जीत सुनिश्चित करने और मजबूत सरकार बनाने हेतु आवश्यक होता है। अपने मताधिकार का प्रयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें, जिससे भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्रवादी सरकार बनने का रास्ता साफ हो सके। देश की संस्कृति का सम्मान और विरासत को संभालने वाला व्यक्ति ही देश को सही रास्ते पर ले जाएगा। ऐसे में समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की भी जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि मतदान करने के लिए अपने घरों से निकलें और यह संकल्प लें की मजबूत सरकार चुनने के लिए पहले मतदान करेंगे फिर जलपान करेंगे।
उन्होंने कहा कि मतदान देने के पहले यह जरूर सोचें कि हमारा मत ऐसे व्यक्ति के लिए हो जो राष्ट्र चेतना जागृत करने, अखंड भारत का निर्माण करने और देश को प्रगति के रास्ते पर आगे ले जाने के लिए संकल्पित हो।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव संचालक जगदीश पटेल ने सभी को अपने आसपास मतदान देने के लिए जागरूक करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज देश के अस्तित्व को बचाने के लिए राष्ट्रवादी सरकार जरूरी है।
अध्यक्षता करते हुए डॉ कौशल कांत मिश्रा ने कहा कि देश वही है, सिस्टम वही है, लोग वही हैं, परंतु नेतृत्व बदलते ही सारी तस्वीर बदल गई। मजबूत सरकार चुनने के लिए आप सभी शत प्रतिशत मतदान करें।
कार्यक्रम संयोजक पत्रकारिता विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्रा ने कहा कि विश्वविद्यालय में मतदान प्रतिशत बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि लोकतंत्र का सबसे बड़ा रक्षक इस कार्य में पिछड़ रहे हैं जो चिंताजनक है। सह संयोजन एवं संचालक की भूमिका डॉ बाला लखेंद्र ने निभाई। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुबोधकांत मिश्रा ने किया।