जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी तीर्थयात्रा के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। कटरा में यह विरोध प्रदर्शन लगातार छठे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने हिरासत में लिए गए आंदोलनकारियों की रिहाई और रोपवे परियोजना को रद्द करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
कटरा में बंद और विरोध प्रदर्शन जारी
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के आह्वान पर कटरा में बुधवार से बंद शुरू हुआ।
- बंद का असर:
- कटरा में सभी दुकानें, रेस्तरां और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
- सड़कों पर ट्रैफिक पूरी तरह नदारद रहा।
- समिति का दावा:
समिति ने कहा कि पूरा क्षेत्र उनके समर्थन में है, और यह आंदोलन अस्तित्व, सम्मान और माता वैष्णो देवी के पारंपरिक मार्ग की रक्षा के लिए है।
समिति का आरोप और मांग
समिति ने रोपवे परियोजना को रद्द करने की मांग को लेकर सरकार पर आरोप लगाए।
- समिति का बयान:
- “यह माता के पारंपरिक मार्ग की निरंतरता सुनिश्चित करने की लड़ाई है।”
- “सरकार प्रदर्शनकारियों को रिहा करने और बातचीत करने से इनकार कर रही है, जिससे स्थिति और खराब हो रही है।”
- रोपवे परियोजना का विरोध क्यों?
प्रदर्शनकारियों का मानना है कि यह परियोजना स्थानीय व्यवसायों और पारंपरिक तीर्थ यात्रा को प्रभावित करेगी।
भूपिंदर सिंह की रिहाई की मांग और आत्मदाह की धमकी
प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए संघर्ष समिति के नेता भूपिंदर सिंह और अन्य प्रदर्शनकारियों की रिहाई को लेकर स्थिति गंभीर हो गई है।
- शिवानी जामवाल की धमकी:
- भूपिंदर सिंह की पत्नी शिवानी जामवाल ने आत्मदाह की धमकी दी।
- उन्होंने कहा,
“अगर आज शाम तक मेरे पति और अन्य प्रदर्शनकारियों को रिहा नहीं किया गया, तो मैं आत्मदाह कर लूंगी।” - उन्होंने हिरासत में लिए गए लोगों की बिगड़ती सेहत पर चिंता जताई।
भूख हड़ताल पर प्रदर्शनकारी
समिति के 18 सदस्यों की रिहाई की मांग को लेकर पांच प्रदर्शनकारी बुधवार रात से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
- हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी:
इन प्रदर्शनकारियों को कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ विरोध मार्च के दौरान गिरफ्तार किया गया था। - शिवानी का दावा:
हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों की सेहत लगातार बिगड़ रही है, और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही।