लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना हमारे सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता- राज्यमंत्री जायसवाल

E5aff9fe5f8553131d002fcbbbffb1eb

अनूपपुर, 21 सितंबर (हि.स.)। लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना हमारे सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वास्थ्य शिविर में आए सभी लोगों का इलाज निःशुल्क उपचार एवं जांच किया जाएगा। स्वास्थ्य से जुड़ी जांचो व उपचार के लिए लोगो को बड़े शहरों में जाना पड़ता है, साथ ही साथ उपचार के लिए फीस सहित विभिन्न जांचों के लिए अधिक राशि भी देनी पड़ती हैं। अब वही सारी सुविधाएं सरकार आपके नजदीक आकर निःशुल्क शिविर लगाकर दे रही है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो, इस हेतु हमारी सरकार द्वारा आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं तथा सरकार वचनबद्ध भी है।

यह बात शनिवार को प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल अनूपपुर जिले के नगर परिषद बिजुरी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में कही। उन्होंने कहा कि शिविर में गंभीर मरीजों के लिए तत्काल रिजर्वेशन की व्यवस्था भी की गई है ताकि उचित समय में आवश्यक उपचार प्राप्त हो सके। हमारे डबल इंजन की सरकार ने देश में पहली बार गरीबों को स्वास्थ्य सुविधा दिलाने हेतु 5 लाख रुपए तक निःशुल्क उपचार आयुष्मान योजना के माध्यम से देश के किसी भी अस्पताल में कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में मरीजों को हवाई मार्ग से ले जाने हेतु मुख्यमंत्री एयर एंबुलेंस सेवा प्रदान की जा रही है ।

उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य शिविर इसलिए आयोजित किया गया है कि शिविर के माध्यम से लोगों को इस बात की जानकारी हो सके कि उन्हें किस प्रकार की बीमारी हुई है, जिससे उनका इलाज शिविर में हो सके तथा कंडीशन सीरियस होने पर भोपाल ले जाकर अस्पताल में कराया जाएगा। जो भी मरीज इस शिविर में आए चाहे उनके पास आयुष्मान कार्ड हो या ना हो, उन सभी का इलाज किया जाएगा तथा अगर किसी व्यक्ति को गंभीर बीमारी होने पर उन्हें भोपाल के रेफर किया जाता है तो पीपल्स हॉस्पिटल में इलाज कराया जाएगा। अगर वहां इलाज से संबंधित व्यवस्था न होने पर जिस भी अस्पताल में उचित सुविधा प्राप्त हो सके वहां उनका इलाज कराया जाएगा।

कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता मैदानी स्तर तक हो चुकी है, ग्रामीणों को उपचार देने हेतु प्रधानमंत्री द्वारा आयुष्मान योजना के माध्यम से गांव-गांव में ग्रामीणों के आयुष्मान कार्ड बनाकर उन्हें निःशुल्क चिकित्सीय सेवा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीबों की 80 से 90% बचत के पैसे बीमारियों का पता लगाने में ही चली जाती है, इसलिए इस प्रकार के शिविर का आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण पश्चात डॉक्टरों द्वारा जो भी जांच कर परामर्श दिए जाते हैं, उन्हें गंभीरता पूर्वक ले। गंभीर बीमारी होने की शंका पर डॉक्टरों द्वारा अगर भोपाल रिफर कराया जाता है तो उनका इलाज आयुष्मान कार्ड के पात्र हितग्राही है तो उसे किया जाएगा उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड न होने पर मेडिकल टीम के द्वारा सहायता की जाएगी। शिविर के माध्यम से जिले के गंभीर बीमारियां जैसे असंक्रामक बीमारियां से ग्रसित मरीज का चिन्ह्यांकन कर उन्हें उचित स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक मोतिउर रहमान ने कहा कि हमारे यहां चिकित्सकों की कमी है, जिस कारण ऐसे लोग भी डॉक्टरी का कार्य करने लगते हैं, जो योग्य नहीं है ऐसी स्थिति में एक शिविर का आयोजन करना बहुत लाभदायक होता है। कोरोना संक्रमण के समय लोगों को स्वास्थ्य की अहमियत का पता चला था। कोरोना के समय लोगों के पास पैसा तथा अन्य चीजों की उपलब्धता थी, परंतु स्वास्थ्य संबंधी चीजों के अभाव में अनेक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। शिविर के माध्यम से आसपास के क्षेत्र के नागरिकों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के साथ-साथ सुरक्षा संबंधी पर भी ध्यान देने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार का कोई स्कैम, पॉकेट मार, साइबर क्राइम संबंधी जैसी घटना जिले में ना हो, इसके लिए सभी जिलेवासी को सावधान तथा सजग रहने की आवश्यकता है।

इस दौरान शिविर में ईसीजी जांच की व्यवस्था, नेत्र रोग विशेषज्ञ, हृदय विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ, शिशु विशेषज्ञ, छाती और श्वास विशेषज्ञ नेत्र विशेषज्ञ ,नाक कान गला विशेषज्ञ, हड्डी विशेषज्ञ, दंत विशेषज्ञ ,स्त्री रोग विशेषज्ञ, पैथोलॉजी सेंटर,सोनोग्राफी, एक्स-रे निःशुल्क जांच एवं दवाइयां आदि की सेवाए नागरिकों को दी जा रही है‌‌।

स्वास्थ्य शिविर मे भोपाल से आये 70 विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा नि:शुल्क परामर्श एवं लगभग 180 पेरामेडिकल स्टाफ द्वारा अपनी सेवाएं दी गई। शिविर के प्रथम दिन लगभग 7639 लोगो का ओपीडी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमे लगभग 1270 ईसीजी, 531 सोनोग्राफी, 1854 आर.बी.एस, 901 डिजिटल एक्स रे, 5324 खून की जांच एवं निःशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। शिविर मे लगभग 261 गंभीर मरीजों को चिन्हित किया है। जिन्हे आगे के इलाज हेतु भोपाल निःशुल्क भेजा जाएगा एवं इलाज उपरांत नि:शुल्क वापस बिजुरी लाया भी जायेगा।