उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद स्थित कंपनी बाग में सपा विधायक समरपाल सिंह और एक अन्य व्यक्ति द्वारा अलॉट किए गए भवनों को नगर निगम ने शुक्रवार को खाली करवा लिया। यह कार्रवाई उन भवनों की 15 वर्षीय अलॉटमेंट अवधि पूरी होने के बाद की गई। नगर निगम ने पहले नोटिस जारी किए थे, लेकिन आवास खाली न होने पर दल-बल के साथ यह कार्रवाई की गई।
- 550 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैली इस जमीन का बाजार मूल्य करीब 15 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
नगर निगम की टीम की कार्रवाई
नगर निगम की टीम द्वारा शुक्रवार को किए गए इस अभियान ने इलाके में हड़कंप मचा दिया।
- कंपोजिट विद्यालय के पास स्थित दो आवासों को अपर नगर आयुक्त, एसीएम द्वितीय, और पुलिस बल की मौजूदगी में खाली करवाया गया।
- खाली करवाई गई संपत्ति पर नगर निगम ने अपनी पहचान दर्ज कराते हुए “नगर निगम की संपत्ति” लिखवाया।
किसके कब्जे में थे भवन?
- भूतल का भवन: सपा विधायक समरपाल सिंह को आवंटित था।
- ऊपरी मंजिल का भवन: एलडी चतुर्वेदी के नाम आवंटित था।
आवंटन की अवधि समाप्त:
- इन दोनों भवनों की 15 साल की अवधि पहले ही पूरी हो चुकी थी।
- नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल के आदेश पर टीम ने शुक्रवार को इन भवनों को खाली करवा कर नगर निगम का कब्जा बहाल किया।
8 महीने में 9 अरब की जमीन मुक्त
नगर निगम पिछले 8 महीनों से अपनी भूमि को कब्जामुक्त कराने का अभियान चला रहा है।
- नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल के अनुसार, यह प्रक्रिया नियमानुसार चल रही है और अब तक करीब 9 अरब रुपये की जमीन कब्जामुक्त करवाई जा चुकी है।
- इनमें से कई संपत्तियां प्राइम लोकेशन पर स्थित हैं, जिनके लिए विकास परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।
भविष्य की योजना
- मुरादाबाद नगर निगम कब्जामुक्त की गई भूमि का उपयोग विकास कार्यों के लिए करेगा।
- इन क्षेत्रों में प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स से न केवल शहर का सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।