भारत की पहली रोबोटिक रेल कारखाने का प्रधानमंत्री ने किया वर्चुअल उद्घाटन

झांसी,12 मार्च (हि.स.)। देश में रेलवे की 85 हजार करोड़ से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअली लोकार्पण किया।

झांसी में रेलवे कोच नवीनीकरण कारखाना का उद्घाटन भी उनमें से एक था। रेलवे कोच नवीनीकरण कारखाना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने झांसी रेल मंडल को कई और सौगातें भी दी। झांसी में बना यह रेल कारखाना पहला ऐसा कारखाना है जहां रोबोट काम करेंगे। रेलवे के इस वर्कशॉप के पेंट सेक्शन में रोबोट की मदद से काम होता है। इसके साथ ही यहां वंदे भारत के कोच की मरम्मत का काम भी भविष्य में शुरू हो जाएगा। इसका प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।

रेलवे कोच नवीनीकरण कारखाना का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया। इस अवसर पर कारखाने पर केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा, झांसी-ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा, सदर विधायक रवि शर्मा व भाजपा महानगर अध्यक्ष हेमंत परिहार मौजूद रहे। सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि इस कोच फैक्ट्री के शुरु होने से सीधे तौर पर हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही फैक्ट्री के आसपास कई प्रकार के नए रोजगार शुरु होंगे। उन्होंने बताया कि देश में बढ़ती हुई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या को देखते हुए जल्द ही यहां वंदे भारत के कोच की मरम्मत के लिए भी काम यहां शुरू कर दिया जायेगा।

देश में पहली बार इस तकनीक का प्रयोग

कारखाने के मुख्य प्रबंधक अतुल कनौजिया ने बताया कि यहां एक साल में 250 एलएचवी कोच की मरम्मत की जाएगी। साथ ही इस कारखाने में पहली बार रोबोटिक पेंट फैक्टरी बनाई गई है। यह तकनीक भारत में पहली बार झांसी में ही प्रयोग की गई है। यहां सिस्टेमेटिक असेंबली लाइन है। स्टोर में ऑटोमेटिक सिस्टम है। यही नहीं फैक्ट्री में अधिकतर काम आउटसोर्सिंग पर करवाया जायेगा। इसलिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कई लोगों को यहां रोजगार मिलेगा। वंदे भारत का प्रस्ताव भी भेज दिया गया है।

बोले कैबिनेट मंत्री, रेलवे का हो रहा चहुमुखी विकास

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने बताया कि रेलवे का चंहुमुखी विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा हो रहा है। इस नवीकरण कोच फैक्ट्री का शिलान्यास फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था। जिसमें करीब 600 करोड़ से अधिक की लागत आई है। यह एक साल पहले बनकर तैयार हो गई है। इसमें तमाम लोग काम कर रहे हैं। तमाम लोगों को रोजगार भी मिल रहा है भविष्य में और भी कारखाने तैयार होंगे।