शिमला, 29 मई (हि.स.)। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की मीडिया व पब्लिकेशन विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा कि 1 जून को हिमाचल प्रदेश और देश की जनता तकदीर बदलने वाली है। देश की जनता पूर्ण बहुमत के साथ इंडी गठबंधन की सरकार बनाने जा रही है।
यह दावा एआईसीसी की मीडिया व पब्लिकेशन विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा बुधवार को शिमला में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बेरोजगारी पर चुप्पी साधे हुए हैं। देश में युवाओं के साथ दस सालों में छल किया गया है। उन्होंने कहा कि सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक देश में बेरोजगारी की दर 45.4 फीसदी हो गई। एक घंटे में दो नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं, जो चिंता की बात है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी न तो बेरोजगारी पर बात करते और और न ही महंगाई पर।
खेड़ा ने कहा कि देश की जनता के 10 साल बेकार गए हैं। देश को सिर्फ धोखा और झूठा आश्वासन मिला। देश का राजा झूठ बोले तो दुख होता है। झूठ सुन -सुनकर आने वाली नस्लें बर्बाद होती हैं। मोदी ने अपने आपको देवतातुल्य मान लिया है। इसलिए वे असली मुद्दों पर बात नहीं करते हैं। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर तंज कसते हुए कहा कि उनका काम प्रधानमंत्री मोदी को हवाई अड्डे पर ले जाना और लाना रह गया है। उन्हें खुद पता नहीं होता है कि वे भाजपा के अध्यक्ष हैं या नहीं। यह जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से ही मिलती है। नड्डा ने मोदी को नरों के इंद्र ही नहीं, सुरों के भी इंद्र कहा था। आजकल प्रधानमंत्री मोदी खुद को बायोलॉजिकल नहीं, परमात्मा का अवतार मानते हैं। इसलिए उन्हें खुद पता नहीं है कि वे एक व्यक्ति भी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश की जनता को कोरोना वैक्सीन लगाई, जिस पर आपका चेहरा था और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से आपने इलेक्ट्रोल बांड के माध्यम से 52 करोड़ का चंदा लिया। इसी बीच जब कंपनी ने स्वीकार किया कि साइड इफेक्ट हो सकता है तो आपने कोविड सर्टिफिकेट से अपना हंसता हुआ नूरानी चेहरा गायब कर दिया। बुरे वक्त में देश की जनता आपके साथ थी, लेकिन देश का राजा आपदा के समय गायब था।
खेड़ा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आपदा से 9900 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन जब मुआवजा की मांग की गई तो एक रुपया भी नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी अक्सर हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर कहते हैं, लेकिन अपने दूसरे घर के लिए एक कौड़ी भी नहीं दी।