कीवी, नई दिल्ली: यूक्रेन में जारी युद्ध के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीवी दौरे पर जा रहे हैं. अगले महीने जब वह यूक्रेन जाएंगे तो उनका खार्किव जाने का भी कार्यक्रम है।
इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी ने वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। उस यात्रा के दौरान ज़ेलेंस्की ने नरेंद्र मोदी को यूक्रेन आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.
गौरतलब है कि इस लोकसभा चुनाव के बाद जब मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने गए तो जेलेंस्की ने उन्हें बधाई भी दी थी.
इसी साल मार्च महीने में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से फोन पर बातचीत हुई थी. जिसमें दोनों देशों के बीच साझेदारी को मजबूत करने पर भी बात हुई. इसमें मोदी ने यूक्रेन-रूस विवाद को संयुक्त नीति के जरिए सुलझाने पर जोर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि वह विवाद और संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए हर तरह से प्रयास करते रहेंगे.
भारत पहले से ही बातचीत के जरिए विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की बात कहता रहा है। साथ ही भारत कहता रहा है कि यूएनओ के चार्टर के मुताबिक हर देश को दूसरे देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए और दूसरे देशों की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए.
महत्वपूर्ण बात यह है कि नरेंद्र मोदी ने इससे पहले भी रूस का दौरा किया था और यूक्रेन विवाद को सुलझाने पर राष्ट्रपति पुतिन के साथ लंबी चर्चा की थी.
इससे पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि रूस के बाद मोदी की यूक्रेन यात्रा सार्थक साबित हो सकती है. विदेश मंत्रालय की सूची के अनुसार, यूक्रेन की अपनी यात्रा के दौरान मोदी के कीव के अलावा भीषण युद्ध स्थल खार्किव का भी दौरा करने की संभावना है।