प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ज़ेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन कर सकते हैं। यह 6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग लद्दाख क्षेत्र को पूरे साल सड़क मार्ग से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। लगभग 2,400 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह सुरंग न केवल रणनीतिक दृष्टि से बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन विकास के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
गगनगीर क्षेत्र में आतंकी हमले का जिक्र
यह वही ज़ेड-मोड़ सुरंग है, जहां 20 अक्टूबर 2022 को एक आतंकी हमला हुआ था। यह सुरंग जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में स्थित है।
- इस हमले में एक स्थानीय डॉक्टर और बिहार के दो मजदूरों सहित 7 लोगों की जान चली गई थी।
- सुरंग निर्माण स्थल पर हुए इस हमले में दो आतंकवादी शामिल थे।
रणनीतिक और रक्षा जरूरतों के लिए अहम
ज़ेड-मोड़ सुरंग को रक्षा जरूरतों और लद्दाख को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
- परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री उद्घाटन स्थल पर मौजूद रहकर इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
- खराब मौसम की स्थिति में यह उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से किया जा सकता है।
पर्यटन के लिए ‘गेम चेंजर’
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस परियोजना को पर्यटन के विस्तार के लिए एक “गेम चेंजर” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा:
“जम्मू-कश्मीर, विशेष रूप से मध्य कश्मीर, एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के उद्घाटन की प्रतीक्षा कर रहा है। यह परियोजना सर्दी के पर्यटन को विस्तार देने के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगी।”
सोनमर्ग में पर्यटन और सालभर यातायात की सुविधा
- कंगन के गंड क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण श्रीनगर-सोनमर्ग सड़क सर्दियों में बंद रहती थी।
- ज़ेड-मोड़ सुरंग के चालू हो जाने से यह सड़क अब सालभर खुली रहेगी, जिससे सोनमर्ग में पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
- परियोजना का काम मई 2015 में शुरू हुआ था और इसे 2022 में पूरा कर लिया गया।
जोखिमपूर्ण मार्ग का विकल्प
- यह सुरंग न केवल यात्रा का समय कम करेगी बल्कि बर्फबारी और हिमस्खलन-प्रवण मार्ग का सुरक्षित विकल्प भी प्रदान करेगी।
- साथ ही, श्रीनगर-लेह सड़क को सालभर चालू रखने के लिए जोजिला सुरंग पर भी काम जारी है।
सर्दी के पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
ज़ेड-मोड़ सुरंग के खुलने से न केवल कश्मीर घाटी में पर्यटन का विस्तार होगा, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। यह परियोजना पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण बनकर उभरेगी और स्थानीय लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाएगी।