प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) का उद्देश्य देश के हर छोटे और सीमांत किसान को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है। यह योजना किसानों को सम्मान के साथ जीने का अवसर देती है और उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में सहायक है। योजना के तहत हर साल किसानों को ₹6,000 की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है।
योजना की शुरुआत और काम करने का तरीका
1. योजना की शुरुआत
यह योजना 2019 में शुरू की गई थी, और तब से अब तक यह लाखों किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला चुकी है।
2. सहायता राशि और वितरण प्रक्रिया
- सालाना ₹6,000 की राशि, ₹2,000 की तीन किस्तों में दी जाती है।
- यह राशि हर चार महीने के अंतराल पर सीधे लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है।
- इस प्रक्रिया को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के तहत सुनिश्चित किया जाता है, जिससे भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है।
19वीं किस्त का इंतजार और महत्वपूर्ण शर्तें
1. अब तक वितरित राशि
- अब तक 18 किस्तों के जरिए ₹3.46 लाख करोड़ की राशि किसानों के बैंक खातों में भेजी जा चुकी है।
- अब किसानों को 19वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है।
2. लाभ पाने के लिए जरूरी शर्तें
योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो इन दो शर्तों को पूरा करेंगे:
- ई-केवाईसी (e-KYC) अपडेट करना:
किसानों को अपने आधार से जुड़ी ई-केवाईसी पूरी करनी होगी। - सही जानकारी का पंजीकरण:
रजिस्ट्रेशन नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी अपडेट रखना जरूरी है।
यदि कोई किसान इन शर्तों को पूरा नहीं करता, तो उसका नाम लाभार्थी सूची से हट सकता है और उसे अगली किस्त नहीं मिलेगी।
ई-केवाईसी करना क्यों है अनिवार्य?
1. क्यों जरूरी है ई-केवाईसी?
- ई-केवाईसी के जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि सहायता राशि सही किसान तक पहुंचे।
- यह प्रक्रिया बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन या आधार से लिंक मोबाइल नंबर के जरिए पूरी की जाती है।
2. क्या होगा अगर ई-केवाईसी नहीं हुई?
यदि किसान ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की या इसमें कोई त्रुटि रह गई, तो उसकी 19वीं किस्त अटक सकती है।
3. कहां से करा सकते हैं ई-केवाईसी?
- ऑनलाइन माध्यम: किसान PM Kisan पोर्टल (pmkisan.gov.in) पर जाकर ई-केवाईसी पूरी कर सकते हैं।
- सीएससी सेंटर: निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए ई-केवाईसी कराई जा सकती है।
ई-केवाईसी की स्थिति कैसे जांचें?
किसान अपने ई-केवाईसी स्टेटस को ऑनलाइन जांच सकते हैं। यह प्रक्रिया बेहद सरल है:
1. ई-केवाईसी स्टेटस चेक करने का तरीका
- स्टेप 1: PM Kisan पोर्टल पर जाएं।
- स्टेप 2: होमपेज पर “फार्मर कॉर्नर” विकल्प पर क्लिक करें।
- स्टेप 3: यहां ई-केवाईसी विकल्प पर क्लिक करें।
- स्टेप 4: आधार नंबर दर्ज करें और ओटीपी जनरेट करें।
- स्टेप 5: ओटीपी दर्ज करने के बाद स्टेटस की जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी।
2. अगर ई-केवाईसी अधूरी है
यदि ई-केवाईसी अधूरी है, तो इसे तुरंत अपडेट करें।
ई-केवाईसी अपडेट करने की प्रक्रिया
स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- PM Kisan पोर्टल पर जाएं:
pmkisan.gov.in वेबसाइट पर लॉग इन करें। - ई-केवाईसी विकल्प चुनें:
होमपेज पर “फार्मर कॉर्नर” सेक्शन में ई-केवाईसी विकल्प पर क्लिक करें। - आधार नंबर दर्ज करें:
अपना 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करें और सर्च पर क्लिक करें। - ओटीपी सत्यापन:
आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करें। - सफलता संदेश:
ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्क्रीन पर “ई-केवाईसी सफलतापूर्वक हो गई है” का संदेश दिखाई देगा।
किसानों के लिए यह योजना क्यों है खास?
1. आत्मनिर्भरता का अवसर
यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है।
2. सीधे बैंक खाते में राशि का भुगतान
राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर होती है, जिससे प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
3. कृषि क्षेत्र को बढ़ावा
इस योजना से किसान अपनी कृषि लागतों को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता और आय में वृद्धि होती है।