बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगते जा रहे हैं। जहां बांग्लादेश सरकार ने उन्हें भारत से वापस ढाका भेजने के लिए डिप्लोमैटिक नोट भेजा है, वहीं एंटी करप्शन कमीशन (ACC) ने शेख हसीना, उनके बेटे सजीब अहमद वाजेद, और भतीजी ट्यूलिप सिद्दीक के खिलाफ रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना में भ्रष्टाचार की जांच शुरू कर दी है।
रूपपुर परियोजना: भ्रष्टाचार के आरोपों का केंद्र
रूपपुर न्यूक्लियर प्लांट बांग्लादेश के लिए रूस और भारत के सहयोग से स्थापित किया जा रहा है।
- परियोजना मूल्य: $12.65 अरब (करीब 1 लाख करोड़ रुपये)
- आरोप: परियोजना की लागत को बढ़ाकर बताया गया, जिसमें $5 अरब (करीब 418 अरब रुपये) का गबन किया गया।
- जांच के दावे: आरोप है कि यह धनराशि मलेशियाई बैंक खातों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की गई।
परिवार पर लगे आरोप और भूमिका
- शेख हसीना:
- प्रधानमंत्री रहते हुए परियोजना में अनियमितताओं का आरोप।
- एसीसी ने अन्य परियोजनाओं में भी उनके खिलाफ जांच शुरू की है।
- सजीब अहमद वाजेद:
- हसीना के बेटे पर परियोजना की लागत बढ़ाने में शामिल होने का आरोप।
- ट्यूलिप सिद्दीक:
- ब्रिटेन की सांसद और शेख हसीना की भतीजी।
- आरोप है कि उन्होंने 2013 में रूस और बांग्लादेश के बीच इस परियोजना की डील में बड़ी भूमिका निभाई।
- ब्रिटिश कैबिनेट की औचित्य और नैतिकता टीम ने उनसे पूछताछ की है।
- शेख रेहाना:
- हसीना की बहन और अन्य परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों में शामिल।
जांच में सामने आई अनियमितताएं
- कुप्रबंधन और रिश्वतखोरी: परियोजना के तहत भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप।
- मनी लॉन्ड्रिंग: धन को विदेशों में भेजने का आरोप।
- अंतरराष्ट्रीय प्रभाव: ब्रिटिश और बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा परियोजना से संबंधित दस्तावेजों की जांच।
परियोजना की रणनीतिक अहमियत और विवाद
रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र बांग्लादेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और रूस-भारत के सहयोग का प्रतीक है।
- इसे रोसाटॉम, रूस की सरकारी परमाणु एजेंसी द्वारा बनाया जा रहा है।
- इस परियोजना को भारत-रूस सहयोग के तहत तीसरे देशों में परमाणु परियोजनाओं का पहला उदाहरण माना गया।
- लेकिन अब, भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों ने इसकी साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शेख हसीना और अवामी लीग का जवाब
शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग ने अभी तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
- अगस्त में प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद हसीना भारत में हैं।
- उनकी वापसी को लेकर बांग्लादेश सरकार ने भारत से औपचारिक निवेदन किया है।
ट्यूलिप सिद्दीक ने आरोपों को बताया साजिश
ब्रिटेन की सांसद ट्यूलिप सिद्दीक ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।
- उन्होंने कहा,
“मैंने कोई गलत काम नहीं किया। यह आरोप मेरे और मेरे परिवार को बदनाम करने की साजिश है।”
जांच के दायरे में नौ परियोजनाएं
बांग्लादेश के एंटी करप्शन कमीशन (ACC) ने रूपपुर परियोजना समेत नौ परियोजनाओं में 80,000 करोड़ बांग्लादेशी टका (करीब ₹64,000 करोड़) के भ्रष्टाचार की जांच शुरू की है।
- इनमें रूपपुर परमाणु ऊर्जा परियोजना और विशेष आश्रय परियोजना प्रमुख हैं।
भारत और रूस की भूमिका
रूपपुर परियोजना में भारतीय और रूसी फर्मों की भागीदारी है।
- भारत ने इस परियोजना के बुनियादी ढांचे के विकास में मदद की है।
- यह भारत-रूस के रणनीतिक संबंधों और बांग्लादेश के साथ आर्थिक सहयोग का प्रतीक है।
लेकिन इन आरोपों के चलते परियोजना की छवि को नुकसान हो सकता है।