प्रयागराज: सर्दी का कहर बढ़ा, ठिठुरन ने किया जनजीवन बेहाल

14 12 2024 Weathergkp 23848294

जैसे-जैसे सर्दी अपने चरम पर पहुंच रही है, प्रयागराज में हर तरफ ठिठुरन की तस्वीरें नजर आ रही हैं। घरों में रजाई में दुबके बुजुर्ग, कंबल में लिपटे बच्चे, और बाहर ठंड से राहत पाने के लिए जलते अलाव के पास बैठे लोग इस कड़ाके की सर्दी के हालात को बयां कर रहे हैं। सर्द हवाओं की चुभन ने कंपकंपी बढ़ा दी है, जिससे लोग शाम होते ही घरों में कैद हो रहे हैं।

फुटपाथ और सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से लड़ते लोग

फुटपाथों, रेलवे प्लेटफार्मों और बस अड्डों पर रातें बिताने वाले गरीबों के लिए ठंड किसी चुनौती से कम नहीं है। खुले आसमान के नीचे सोने वालों के पास ठंड से बचाव के लिए महज फटी-पुरानी चादर, कमज़ोर रजाई और कभी-कभी जलते अलाव का सहारा है। कुछ लोग खुद को गरम रखने के लिए कागज, पन्नी, और पुराने टायर जलाते हुए दिख रहे हैं। हालांकि, ये उपाय ठंडी हवाओं के सामने नाकाफी साबित हो रहे हैं।

सड़कों पर रहने वाले इन लोगों के पास सुविधाएं कम हैं और सर्दी से बचाव के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। उनके लिए हर रात एक नई जंग की तरह है, जहां उम्मीदों का एक छोटा-सा अलाव ही उनका सहारा है।

तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन

गुरुवार और शुक्रवार के बीच तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से 3.2 डिग्री कम था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री और न्यूनतम 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं के चलते दिन में भी ठिठुरन का अहसास हुआ और लोग राहत पाने में असफल रहे।

खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले गरीबों के लिए यह मौसम किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। उनकी रोजमर्रा की जिंदगी ठंड के थपेड़ों से जूझ रही है।

मौसम विज्ञानियों की चेतावनी

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के मौसम विज्ञानी डॉ. शैलेंद्र राय ने बताया कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में साफ दिख रहा है। न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है और आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट होने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि अभी घना कोहरा नहीं छाया है, लेकिन साफ आसमान और सर्द हवाओं की वजह से गलन बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।

कमजोर इम्यूनिटी वालों को विशेष सावधानी की जरूरत

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड के प्रकोप को गंभीरता से लेने की सलाह दी है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, खासकर बच्चे और बुजुर्गों को ठंड से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि:

  • गर्म कपड़े पहनें।
  • गरम पेय पदार्थों का सेवन करें।
  • ठंड के समय बाहर निकलने से बचें।

इस मौसम में थोड़ी-सी लापरवाही से सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

मुरादाबाद: अगले तीन दिन ठंड बढ़ने की आशंका

मुरादाबाद में दिसंबर के आधे महीने में ही सर्दी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। घर से बाहर निकलते ही लोग ठिठुरन महसूस कर रहे हैं और हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ देखा जा सकता है।

शुक्रवार को ठंडी हवाओं के चलते धूप में तेजी नहीं आई, और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले तीन दिनों में ठंडी हवाएं चलने की संभावना है।

शनिवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक पहुंच सकता है, जिससे ठंड में और इजाफा होगा। दिसंबर और जनवरी के महीनों में ठंड का कहर जारी रहने की आशंका है।

ठंड से बचने के कुछ जरूरी उपाय

इस कड़ाके की सर्दी में खुद को सुरक्षित रखने के लिए ये कुछ उपाय मददगार हो सकते हैं:

  1. गर्म कपड़े पहनें: स्वेटर, जैकेट, मफलर और दस्ताने पहनना न भूलें।
  2. गरम पेय पदार्थ: चाय, सूप, और अदरक वाला पानी ठंड में राहत दे सकते हैं।
  3. रात में अलाव जलाएं: अगर बाहर हैं, तो सुरक्षित तरीके से अलाव जलाकर खुद को गरम रखें।
  4. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान: कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को सर्दी से बचाकर रखें।