प्रयागराज महाकुंभ में माघ मेले और संगम स्नान के दौरान महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलने के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा चोरी-छिपे खींचे गए फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर बेचे जा रहे हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड किए जा रहे हैं। प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
असामाजिक तत्वों द्वारा असामाजिक कृत्य
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आते हैं। उस समय कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा संगम में स्नान कर रही और कपड़े बदल रही महिलाओं की फोटो और वीडियो बना ली गई थी। इन फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया पर विभिन्न स्थानों पर अपलोड किया जाता है और ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। तब प्रयागराज पुलिस इस मामले में हरकत में आई। प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विशेष रूप से ऐसे वीडियो और फोटो अपलोड करने, बेचने और खरीदने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की तकनीकी टीम टेलीग्राम चैनलों और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पहचान कर रही है जहां यह आपत्तिजनक सामग्री बेची जा रही है।
महिलाओं की फोटो और वीडियो अपलोड करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस मामले में प्रयागराज पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कंपनियों से भी मदद ले रही है ताकि इन अकाउंट्स को मैनेज करने वालों तक पहुंचा जा सके. डीआईजी ने साफ तौर पर कहा है कि बिना अनुमति के किसी की निजी फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करना गंभीर अपराध है और इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। इन फोटो और वीडियो को खरीदने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टेलीग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म पर ये वीडियो खरीदने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी वैभव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीकी खुफिया जानकारी और डिजिटल निगरानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मामले में जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गुजरात के राजकोट में एक अस्पताल का CCTV वीडियो हैक कर बेचने का मामला सामने आया है।
राजकोट के पायल मैटरनिटी अस्पताल में इलाज करा रही महिलाओं का सीसीटीवी फुटेज यूट्यूब और टेलीग्राम पर वायरल होने के बाद साइबर क्राइम सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल सक्रिय हो गई और वीडियो वायरल करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी अस्पतालों और मॉल के सीसीटीवी क्यूआर कोड 2,000 रुपये या उससे अधिक में बेच रहे थे। यह बात सामने आई है कि विकृत मानसिकता वाले लोग वीडियो खरीदकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर रहे हैं।