Post Office Scheme 2024: जीवन भर मेहनत करके कुछ पैसे इकट्ठा करने का एक मकसद यह भी होता है कि बुढ़ापा अच्छे से गुजरे. बुढ़ापे में पैसों की कमी न हो. इसके लिए समय रहते एक अच्छी निवेश योजना बनाना जरूरी है. इसके तहत मेहनत से कमाई गई रकम को सही जगह निवेश करना चाहिए, जहां निवेश की रकम सुरक्षित रहे और अच्छे रिटर्न की भी गारंटी मिले. इस लिहाज से पोस्ट ऑफिस की बचत योजना सबसे अच्छी है. क्योंकि यहां स्कीम में गारंटीड रिटर्न मिलता है. साथ ही निवेश भी सुरक्षित रहता है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक खास स्कीम है, जिसका नाम सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) है.
क्या आपको इस योजना पर कर छूट मिलती है?
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में निवेशकों को एक निश्चित आय मिलती है। हर तिमाही ब्याज की रकम खाते में आती है। खास बात यह है कि इस स्कीम में आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट भी दी जाती है। हालांकि, स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना होगा। अगर रिटर्न का आंकड़ा 50,000 रुपये से ज्यादा है तो ब्याज पर टीडीएस लगता है। निवेशक एससीएसएस में एकमुश्त 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं, जो 5 साल में मैच्योर होता है। 1 जनवरी 2024 तक स्कीम में निवेश की रकम पर 8.2 फीसदी सालाना ब्याज ऑफर किया जा रहा है।
पोस्ट ऑफिस एससीएसएस गणना 2024
- कुल निवेश: 5 लाख रुपये
- वार्षिक ब्याज दर: 8.2%
- परिपक्वता अवधि: 5 वर्ष
- परिपक्वता राशि: 7,05,000 रुपये
- कुल ब्याज आय: 2,05,000 रुपये
- मासिक आय: 10,250 रुपये
समय से पूर्व निकासी का नियम क्या है?
डाकघर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में, निवेशक निवेश की तिथि के बाद कभी भी योजना को बंद कर सकता है। अगले 1 वर्ष तक, निवेश राशि को बिना किसी दंड के परिपक्वता से पहले निकाला जा सकता है। 1 से 2 वर्ष के भीतर राशि निकालने पर कुल मूलधन का 1.5% शुल्क लिया जाएगा। 2 से 5 वर्ष की अवधि के लिए कुल मूलधन का 1% शुल्क लिया जाता है।
वरिष्ठ नागरिक योजना पर ब्याज दरें
पोस्ट ऑफिस SCSS पर सालाना 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है। इन दरों में आखिरी बार 1 जनवरी 2024 को बदलाव किया गया था। आपको बता दें कि स्कीम पर मिलने वाला ब्याज तिमाही आधार पर बदलता है, जो 31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर या 31 दिसंबर होता है। अगर निवेशक ने फॉर्म 15G/15H भरा है तो ब्याज राशि पर TDS नहीं लगता है।