नई दिल्ली, 15 मई (हि.स.)। पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी के चलते राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया है। बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई )243 दर्ज किया गया।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए बुधवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की सब कमेटी ने आपात बैठक बुला कर स्थिति की समीक्षा की। जीआरएपी की उप-समिति ने वायु गुणवत्ता परिदृश्य की व्यापक समीक्षा करने के बाद एनसीआर के संबंधित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी)/समिति और संबंधित हितधारकों/एजेंसियों को तत्काल एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया।
आयोग ने धूल निवारण उपायों और उनकी निगरानी पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्षेत्र के प्रमुख प्रदूषण हॉटस्पॉट पर गहन अभियान चलाने, क्षेत्र में पानी के छिड़काव और यांत्रिक सड़क सफाई उपकरणों की संख्या बढ़ाने, एनसीआर और उसके आसपास आग लगने की घटनाओं और खुले में नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) जलाने पर कड़ी नजर रखने और सभी निवारक उपाय सुनिश्चित करने के साथ सीपीसीबी के वैधानिक निर्देशों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा निर्धारित उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सड़क स्वामित्व एजेंसियों में धूल नियंत्रण और प्रबंधन कक्ष (डीसीएमसी) सभी सड़क निर्माण, रखरखाव परियोजनाओं पर कड़ी निगरानी रखने, एनसीआर राज्य पीसीबी एवं डीपीसीसी सी एंड डी परियोजना स्थलों पर सभी धूल नियंत्रण उपायों के प्रवर्तन तंत्र को तेज करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।