नई दिल्ली: दूरदर्शन द्वारा अपने डीडी न्यूज चैनल के लोगो का रंग लाल से नारंगी करने पर राजनीति छिड़ गई है। विपक्ष ने जहां लोगो का अपमान करने का आरोप लगाया है और इस कदम को पूरी तरह से अवैध बताया है, वहीं बीजेपी का कहना है कि विपक्ष गलतफहमी का शिकार है.
दरअसल, पिछले मंगलवार को डीडी न्यूज ने अपना नया लोगो लॉन्च किया था. इस बदलाव की घोषणा करते हुए डीडी न्यूज ने वीडियो एक्स पर नए लोगो के साथ पोस्ट किया और लिखा, ‘हालांकि मूल्य वही हैं, अब हम एक नए अवतार में उपलब्ध हैं। एक ऐसी समाचार यात्रा के लिए तैयार हो जाइए जो पहले कभी नहीं देखी गई… सभी नए डीडी न्यूज़ का आनंद लें। हम यह कहने का साहस करते हैं: गति से अधिक सटीकता, दावों से अधिक तथ्य और सनसनीखेज से अधिक सत्य। अगर यह डीडी न्यूज पर है, तो यह सच है।’
शनिवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मुझे आश्चर्य है कि भगवेकरन ने अचानक हमारे दूरदर्शन लोगो का रंग बदल दिया है, खासकर जब लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। ये बिल्कुल गैरकानूनी है. यह नेशनल पब्लिक ब्रॉडकास्टर की भाजपा समर्थक धारणा को दर्शाता है।’ इस पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बनर्जी पर व्यंग्य करते हुए कहा, ममता का ‘भगवा’ प्रेम ‘स्पष्ट’ है. यह बदलाव ‘घर वापसी’ है क्योंकि भगवा लोगो का परीक्षण 1982 में किया गया था।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि भारत में रंगीन टीवी 1982 में आया और उसी साल दूरदर्शन राष्ट्रीय प्रसारक बन गया. दूरदर्शन ने 1982 में ही भगवा रंग का परीक्षण किया था. तो चौंकिए मत और जानिए कि आखिर इसे नीला रंग किसने कर दिया? यह राष्ट्रीय प्रसारक के लिए घर वापसी के अलावा और कुछ नहीं है। इस बीच, मालवीय ने एक्स पर पुराने समय के दूरदर्शन प्रोमो की एक क्लिप भी साझा की।
वहीं, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ और मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सांसद जवाहर सरकार ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चैनल के लोगो का भगवाकरण करना पूरी तरह से गलत है. यह अब प्रसार भारती नहीं, बल्कि प्रचार भारती है। वहीं प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा, ‘यह नारंगी रंग है और इस रंग का इस्तेमाल चैनल के ग्राफिक्स को आकर्षक बनाने के लिए किया गया था. सिर्फ लोगो ही नहीं, चैनल ने नई लाइटिंग और उपकरणों के साथ अपने लुक को भी अपग्रेड किया है।