सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। बेंगलुरु में 9 दिसंबर को अपने घर में आत्महत्या करने वाले अतुल ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों के दुरुपयोग पर एक नई बहस को जन्म दिया है।
अतुल सुभाष का सुसाइड नोट और आरोप
अतुल सुभाष ने 80 मिनट के वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी निकिता और उनके परिवार ने झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी पत्नी ने उनसे पैसे वसूलने के लिए यह कदम उठाया और उनके बेटे से मिलने नहीं दिया।
यह घटना एक बड़ी राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गई है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का दुरुपयोग हो रहा है। हालांकि, इस संवेदनशील मुद्दे पर किसी भी बड़े राजनीतिक नेता ने अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।
कार्यकर्ताओं की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज, जो दहेज विरोधी कानूनों के दुरुपयोग पर लंबे समय से सवाल उठाती रही हैं, ने अतुल सुभाष के लिए न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा:
“महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का दुरुपयोग कर कई पुरुषों और उनके परिवारों को प्रताड़ित किया जा रहा है। अतुल सुभाष इसका एक और दुखद उदाहरण हैं।”
दीपिका और अन्य कार्यकर्ताओं ने इस मामले को संसद में उठाने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है।
राहुल गांधी का काफिला और “किटकैट” का वाकया
गुरुवार को दिल्ली की सड़कों पर अतुल सुभाष को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के काफिले का पीछा किया। दीपिका भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे और उनके साथी राहुल गांधी की गाड़ी के साथ चलते हुए अतुल सुभाष के पोस्टर दिखा रहे थे और उनके लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे।
राहुल गांधी ने चलते हुए गाड़ी की खिड़की से उनकी बात सुनी, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी कार से एक किटकैट चॉकलेट उनकी ओर फेंकी। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई और कई सवाल खड़े किए।
दीपिका ने इस वाकये को लेकर कहा:
“यह दुखद है कि किसी भी सांसद ने अब तक इस मामले पर बात नहीं की। जब हमने राहुल गांधी का काफिला देखा, तो हमने उनसे इस मुद्दे को संसद में उठाने की अपील की। हालांकि, हमें नहीं पता कि वे इस पर ध्यान देंगे या नहीं।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
दीपिका भारद्वाज ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राहुल गांधी की प्रतिक्रिया पर नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा:
“अतुल सुभाष की आत्महत्या और उसके पीछे के कारणों पर किसी ने चर्चा नहीं की। हमें उम्मीद है कि यह मुद्दा संसद में उठेगा, लेकिन सवाल यह है कि क्या हमारे नेता इस पर ध्यान देंगे?”
मामले में कानूनी कार्रवाई
अतुल सुभाष के भाई बिकास कुमार ने निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा, भाई अनुराग, और मामा सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने निकिता, उनकी मां और भाई को गिरफ्तार कर लिया है, और जांच जारी है।
यह मामला महिलाओं की सुरक्षा कानूनों के दुरुपयोग और इसके परिणामस्वरूप बढ़ती पुरुष आत्महत्याओं की गंभीर समस्या को उजागर करता है।
न्याय की उम्मीद
दीपिका भारद्वाज ने कहा:
“यह जरूरी है कि सरकार और विपक्ष दोनों इस मामले को गंभीरता से लें। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों का दुरुपयोग न हो और जो निर्दोष हैं, उन्हें इंसाफ मिले।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मामला न केवल अतुल सुभाष के परिवार के लिए, बल्कि उन सैकड़ों पुरुषों के लिए भी न्याय की मांग करता है, जो इसी तरह की परिस्थितियों से गुजर रहे हैं।