जयपुर, 2 जुलाई (हि.स.)। वैशाली नगर थाना पुलिस ने अवैध हथियार सप्लाई के शक में डकैत जगन गुर्जर को अरेस्ट किया। जानकारी में सामने आया कि जगन गुर्जर अजमेर हाईसिक्योरिटी जेल में बंद भाई से मिलकर वापस लौट रहा था इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उससे हथियार तस्करी को लेकर पूछताछ में जुटी है।
पुलिस के अनुसार जगन गुर्जर को सोमवार देर शाम अजमेर रोड से डिटेन किया गया। अभी उससे वैशाली नगर थाने में पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि जयपुर शहर में हुए हथियार सप्लाई में उसका हाथ हो सकता है। पूछताछ में कोई इनपुट मिलता है तो जगन गुर्जर को गिरफ्तार किया जा सकता है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि जगन गुर्जर सोमवार को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद अपने भाई पान सिंह से मिलने गया था। अजमेर से वह जयपुर से होता हुआ धौलपुर निकल रहा था। इसी बीच पुलिस को इनपुट मिला तो वैशालीनगर थाना की पुलिस ने उसे डिटेन किया। जगन गुर्जर जयपुर में अवैध हथियारों की सप्लाई करता है और इसी को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद मंगलवार को उसे अरेस्ट कर लिया गया है। जगन गुर्जर ने हथियारों की सप्लाई को लेकर कई अहम जानकारी सामने आई है। पूछताछ में मिली जानकारी की तस्दीक करवाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार जगन गुर्जर धौलपुर के डांग के भवुतीपुरा का रहने वाला था। 1994 में उसे जीजा की हत्या हो गई थी। जिसके बाद 1994 में उसने पत्नी और भाइयों के साथ मिलकर डकैत गैंग बनाया। बता दें कि 12 जून को जगन ने धौलपुर जिले के करनपुर-सायका पुरा गांव में दो महिलाओं से मारपीट कर उन्हें निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया था। 13 जून से पुलिस उसकी तलाश चल रही है। चंबल में आतंक का पर्याय बने जगन गुर्जर पर राजस्थान, उप्र और मप्र के विभिन्न थानों में हत्या के प्रयास, लूट, फिरौती, अपहरण, नकबजनी, डकैती से जुड़े 100 से अधिक मामले दर्ज थे। उस पर 40 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। 9 साल पहले अपनी बेटी की शादी करते समय कसम खाई थी कि वह अब जुर्म की दुनिया छोड़ देगा। इससे पहले वह तीन बार आत्मसमर्पण भी कर चुका। लेकिन उसने हर बार वापस जुर्म की राह पकड़ ली।