निर्दलीय प्रत्याशी के आरोपों को पुलिस प्रशासन ने बताया निराधार

फरीदाबाद, 23 मई (हि.स.)। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी अतुल द्वारा पुलिस पर बंधक बनाए रखने के आरोपों को पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह से निराधार बताया है। पुलिस प्रवक्ता ने गुरुवार को जारी प्रेस बयान में बताया कि अतुल एससी/एसटी एक्ट का आरोपी है।

पुलिस अधिकारियों द्वारा वर्ष 2023 के एक मामले में उसे जेल भेजने की रंजिश रखते हुए झूठे आरोप लगाएं है। इस मामले को लेकर अतुल लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर भी बैठा था। उल्लेखनीय है कि निर्दलीय उम्मीदवार अतुल गत 10 मई को लोकसभा प्रत्याशी होने के नाते सुरक्षा गार्ड के सम्बन्ध में कार्यालय पुलिस आयुक्त फरीदाबाद में आया, जिसको अवगत कराया गया कि नियमानुसार सुरक्षा गार्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। परन्तु उसके द्वारा कार्यालय में शोर शराबा किया गया और तुरंत ही सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने के बारे में कहने लगा। जिसपर पुलिस चौकी अनखीर से ड्यूटी अफसर द्वारा कार्यालय में आकर अतुल को समझाया गया कि नियमानुसार आपको सुरक्षा गार्ड उपलब्ध हो जाएगा। इसके बाद अतुल तुरंत ही कार्यालय से चला गया। अब अतुल को नियमानुसार अन्य प्रत्याशियों के साथ साथ सुरक्षा गार्ड दिया गया है।

अतुल द्वारा एसीपी विष्णु प्रसाद व् अन्य पुलिस कर्मचारियों पर लगाए गए आरोप के सम्बन्ध में पुलिस प्रवक्ता द्वारा बतलाया गया है कि मामले की जाँच पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा की गई। अतुल के विरुद्ध वर्ष 2023 में थाना शहर बल्लबगढ़ में लड़ाई झगडे व् एससी/एसटी एक्ट के अंतर्गत एक अभियोग पंजीकृत हुआ था जिस अभियोग में अतुल के विरुद्ध सबूत मिलने पर उसको नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था और उसके विरुद्ध चालान अदालत में दिया गया है जो विचाराधीन है। अतुल द्वारा लगाए गए आरोप में कोई सच्चाई नहीं पाई गई है। अतुल के विरुद्ध मारपीट का एक अन्य अभियोग जिला पलवल में भी पंजीकृत है।