प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मॉरीशस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। यह यात्रा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर यहां पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस में 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। भारतीय नौसेना की एक टुकड़ी और जहाज भी मॉरीशस पहुंच रहे हैं। मॉरीशस के सभी 34 मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया।
इसका लक्ष्य चीन के प्रभाव को कम करना है।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा था कि वह मॉरीशस की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं। और यहां 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वह वहां अपने मित्र और प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र रामगुलाम से मुलाकात करेंगे। वे भारतीय समुदाय की ओर से उनका विरोध करेंगे। हिंद महासागर की राजनीति के हिसाब से पीएम मोदी के लिए यह यात्रा बेहद खास है। साथ ही, इसका लक्ष्य चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करना है।
मॉरीशस को मिनी इंडिया कहा जाता है।
मॉरीशस की संस्कृति भारत से अधिक जुड़ी हुई है। इसीलिए इसे मिनी इंडिया कहा जाता है। भारत मॉरीशस में व्यापार और बढ़ती ताकत का समर्थन करता है। इस यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किये जायेंगे। समुद्री सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री सिविल सर्विस कॉलेज का भी उद्घाटन करेंगे। भारत की वित्तीय सहायता से निर्मित एक स्वास्थ्य केंद्र भी यहां खोला जाएगा। अब तक भारत ने मॉरीशस को 1.1 बिलियन डॉलर की सहायता प्रदान की है।