प्रधानमंत्री मोदी आज सोमवार को दिल्ली में सशक्त महिला-विकसित भारत कार्यक्रम में शामिल हुए. इस बीच उन्होंने एक हजार दीदियों को ड्रोन सौंपे. इसमें देशभर के 11 अलग-अलग जगहों से नमो ड्रोन ने हिस्सा लिया है. ये ड्रोन फसल की निगरानी, कीटनाशक-उर्वरक छिड़काव और बीज बोने जैसे कार्यों में मदद करेंगे. प्रधानमंत्री भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में नमो ड्रोन दीदी द्वारा आयोजित कृषि ड्रोन प्रदर्शन देखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का ये कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से बहुत ऐतिहासिक है. आज मुझे नमो ड्रोन दीदी अभियान के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को 1 हजार आधुनिक ड्रोन सौंपने का अवसर मिला। मैंने तय कर लिया है कि अब हमें 3 करोड़ करोड़पतियों के इस आंकड़े को पार करना है।’ इसके लिए इन माताओं के खातों में 10,000 करोड़ रुपये की राशि भी ट्रांसफर की गई है।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी की योजनाएं जमीनी अनुभवों के नतीजों पर आधारित हैं. आज हमने इन दीदीयों के खातों में 10,000 करोड़ रुपये की राशि जमा की है। उन्होंने कहा कि कोई भी देश या समाज नारी शक्ति का गौरव बढ़ाकर ही प्रगति कर सकता है। मेरा अनुभव है कि यदि महिलाओं को थोड़ा अवसर और सहयोग मिले तो उन्हें सहारे की जरूरत नहीं रहती और वे लोगों का सहारा बन जाती हैं।
नमो ड्रोन दीदी योजना 2022 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इसके तहत अगले 5 साल में 1 लाख महिलाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. यह योजना पूरे देश में कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से लागू की गई थी। सरकार का कहना है कि इस योजना का मकसद महिलाओं को सशक्त बनाना है. उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना है. इस योजना से खेती की लागत को कम किया जा सकता है. इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।