पीएम मोदी ने दाखिल किया नामांकन: कौन हैं पीएम मोदी के साथ नजर आए गणेश्वर शास्त्री?

लोकसभा चुनाव के लिए 4 चरणों में मतदान पूरा हो चुका है. इसके बाद 20 मई, 25 मई और फिर 1 मई को वोटिंग होगी. वाराणसी में 1 जून को मतदान होना है. फिर पीएम मोदी ने आज नामांकन फॉर्म भरा. पीएम मोदी के साथ गणेश्वर शास्त्री समेत 4 प्रस्तावक मौजूद रहे. तब पीएम मोदी के बगल में बैठने वाले शख्स थे गणेश्वर शास्त्री. आइए जानें कौन है वह.

राम मंदिर का सुझाया गया समय

गणेश्वर शास्त्री एक ज्योतिषी हैं। इससे पहले उन्होंने अयोध्या राम मंदिर के अभिषेक का शुभ समय तय किया था. कहा जा रहा है कि गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ही पीएम मोदी को नामांकन फॉर्म भरने का समय सुझाया था. इसके अलावा उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त भी सुझाया.

ज्योतिष की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम

 ज्योतिष की दुनिया में सबसे भरोसेमंद नामों में से एक हैं गणेश्वर शास्त्री द्रविड़। उन्हें जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गणेश्वर शास्त्री का परिवार काफी समय से काशी में रह रहा है। कहा जाता है कि गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ मूलतः दक्षिण भारत से काशी आये थे। वह वर्तमान में काशी के रामघाट क्षेत्र में गंगा तट पर रहते हैं। गणेश्वर शास्त्री के साथ उनके भाई पंडित विश्वेश्वर शास्त्री भी रहते हैं। वह एक महान विद्वान भी हैं। गणेश शास्त्री ग्रहों, नक्षत्रों और चौघडि़यों के महान विशेषज्ञों में से एक हैं। गणेश्वर शास्त्री महत्वपूर्ण क्षणों में लोगों को धार्मिक दुविधाओं से बाहर निकालने में माहिर हैं। गणेश्वर शास्त्री एक स्कूल चलाते हैं, जहां वह बच्चों को आचार्य बनना और अनुष्ठान करना सिखाते हैं।

एक साधु साधु की तरह जीवन जीता है

आचार्य गणेश्वर शास्त्री का जन्म 9 दिसंबर 1958 को काशी के रामनगर में हुआ था। वह रामघाट पर सांगवेद विद्यालय चलाते हैं। आचार्य शास्त्री के पिता राजराजेश्वर शास्त्री द्रविड़ को पंडितराज की उपाधि मिली थी। उन्हें भारत सरकार द्वारा देश के शीर्ष नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। आचार्य गणेश्वर शास्त्री नंगे पैर रहकर और यम नियम का पालन करके साधुओं का जीवन जीते हैं। वे केवल धोती पहनते हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने गंगा सप्तमी के दिन पुष्य नक्षत्र में नामांकन पत्र भरा है.