PM Kisan Samman Nidhi Yojana 18th Kist: हमारे देश में चल रही कई लाभकारी और कल्याणकारी योजनाओं के जरिए एक बड़ा वर्ग लाभान्वित हो रहा है। जैसे कि अगर किसानों की बात करें तो उनके लिए राज्य सरकारें कई तरह की योजनाएं चला रही हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार भी किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाती है, जिसके तहत किसानों को आर्थिक मदद दी जाती है। इस योजना में पात्र किसानों को हर चार महीने में 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तें दी जाती हैं और इस तरह हर किसान को सालाना कुल 6 हजार रुपये का लाभ होता है। इसी क्रम में अब अगली 18वीं किस्त जारी होनी है, लेकिन कई किसान ऐसे हैं जो इस किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं। तो चलिए बिना देर किए जानते हैं कि वो कौन से कारण हैं जिनकी वजह से किस्त अटक सकती है।
दरअसल पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसानों को अब तक 17 किस्तें मिल चुकी हैं और अब अगली किस्त 18वीं किस्त है। हालांकि अभी किस्त जारी होने की तारीख सामने नहीं आई है, लेकिन नियमों के मुताबिक यह किस्त अक्टूबर महीने में जारी हो सकती है क्योंकि हर किस्त चार महीने में जारी होती है और आखिरी किस्त जून में किसानों को दी गई थी।
कौन हैं वो किसान जिनकी किस्तें अटक सकती हैं:-
- अगर आप किस्त का लाभ पाना चाहते हैं तो अपने आधार कार्ड को बैंक खाते से जरूर लिंक कराएं। ऐसा नहीं करने वाले किसानों की 18वीं किस्त अटक सकती है। ऐसे में अगर आप भी ये गलती करते हैं तो किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं।
- अगर आपने पीएम किसान योजना के लिए आवेदन किया है तो सुनिश्चित करें कि आपके आवेदन फॉर्म में कोई गलती न हो। नाम, लिंग, आधार नंबर जैसी चीजें सही होनी चाहिए। अगर इनमें से कुछ भी गलत हुआ तो आप किस्त के लाभ से वंचित हो सकते हैं। इसके अलावा बैंक खाते की जानकारी गलत होने पर भी किस्त अटक सकती है।
- पीएम किसान योजना के तहत उन किसानों की किस्त अटक सकती है जो तय समय तक जमीन का सत्यापन नहीं कराएंगे। दरअसल, विभाग की ओर से पहले ही साफ कर दिया गया था कि किस्त का लाभ उठाने के लिए यह काम करवाना जरूरी है।
- अगर आप पीएम किसान योजना से जुड़ते हैं और किस्त का लाभ पाना चाहते हैं तो आपके लिए ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। ऐसा नहीं करवाने वाले किसानों की किस्त अटक सकती है। इसलिए आप योजना के आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाकर या नजदीकी सीएससी सेंटर से ई-केवाईसी करवा सकते हैं।