कोयलकारो जनसंगठन की 29वीं वर्षगांठ पर जल, जंगल, जमीन की रक्षा का लिया संकल्प

-जल, जंगल जमीन की रक्षा के लिए आठ लोगों ने अपना बलिदान दे दिया : सुदीप गुड़िया

खूंटी, 5 जुलाई (हि.स.)। कोयलकारो जनसंगठन की 29वीं वर्षगांठ के मौके पर हजारों ग्रामीणों ने तपकरा में सकंल्प सभा का आयोजन कर जल, जंगल और जमीन की रक्षा का संकल्प लिया। तपकारा और आसपास के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों ने जल, जंगल व जमीन की रक्षा की रक्षा के नारे लगाये।

कार्यक्रम के पूर्व तपकरा बलिदान स्थल पर तपकरा गोलीकांड में मारे गए बलिदानियों को श्रंद्धाजलि दी गई। सभा को संबोधित करते हुए झामुमो नेता सुदीप गुड़िया ने कहा कि कोयलकारो जनसंगठन के साथियों ने जल, जंगल और जमीन की रक्षा करने का जो वादा किया था, उसे जान देकर निभाया। झारखंड उलगुलान संघ के संयोजक एलेस्टर बोदरा ने कहा कि यह आंदोलन हमें प्रेरणा देता है।

उन्होंने कहा कि महाविनाशकारी कोयलकारो परियोजना का अपार जनसमूह द्वारा एकजुट होकर किए गए विरोध की जीत है कि ये योजना रुक गई। विगत कई वर्षों से जनसंगठन का आंदोलन निरंतर जारी है, जो नई पीढ़ी के साथ आगे भी जारी रहेगी। कोयल कारो जनसंगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष सोमा मुंडा ने कहा कि तपकरा गोलीकांड एक काला अध्याय है। अपनी माटी की रक्षा के लिए इस घटना में आठ आंदोलकारी साथियों ने अपना बलिदान दिया था और 36 लोग घायल हुए थे। जल, जंगल और जमीन की रक्षा की लड़ाई जनसंगठन आगे भी जारी रखेगा। सभा को आशीष गुड़िया, कुलन पतरस आईद, जुरसेन गुड़िया, कुर्बान खान, दीपक भुइंया, मदन सिंह, सामुएल पूर्ति सहित अन्य वक्ताओ ने भी संबोधित किया।