रविवार को दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर एक भीषण विमान दुर्घटना में जेजू एयर की फ्लाइट 7सी 2216 के 179 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि विमान पर सवार दो फ्लाइट अटेंडेंट चमत्कारिक रूप से जीवित बच गए। यह विमान बोइंग 737-800 मॉडल का था, जो बैंकॉक से मुआन जा रहा था। दुर्घटना के समय विमान में कुल 181 लोग सवार थे।
कैसे हुआ हादसा?
- विमान लैंडिंग के दौरान रनवे से आगे निकल गया और एक दीवार से टकरा गया।
- लैंडिंग गियर फेल होने के कारण विमान में आग लग गई।
- इस हादसे में 15 साल पुराने इस विमान में 179 लोगों की जान चली गई।
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के अनुसार, यह दुर्घटना पिछले 30 वर्षों में देश की सबसे गंभीर विमानन त्रासदियों में से एक है।
दो फ्लाइट अटेंडेंट की चमत्कारिक बचत
विमान में सवार दो फ्लाइट अटेंडेंट, 25 वर्षीय कू और 33 वर्षीय ली, पिछली पंक्ति में बैठे होने की वजह से इस हादसे में बच गए। हालांकि, दोनों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विमान में सबसे सुरक्षित और खतरनाक सीटें
टाइम पत्रिका की 2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार:
- सबसे सुरक्षित सीटें: विमान के पिछले हिस्से की बीच की सीटें, जहां मृत्यु दर 28% पाई गई।
- सबसे खतरनाक सीटें: विमान के बीच और आगे के हिस्से की सीटें, जहां मृत्यु दर क्रमशः 39% और 38% थी।
- गलियारे वाली सीटों की तुलना में खिड़की के पास की सीटें अधिक सुरक्षित मानी जाती हैं।
इस हादसे से जुड़ी खास बातें:
- यह हादसा विमानन सुरक्षा पर नए सवाल खड़े करता है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि रनवे पर लैंडिंग के दौरान विमान की स्थिति और उसके रखरखाव की जांच बेहद महत्वपूर्ण है।
- इस घटना ने यात्रियों के लिए सुरक्षित सीटों को चुनने के महत्व को उजागर किया है।