केदारनाथ धाम में निरंतर चल रहे सफाई अभियान की तीर्थ पुरोहितों ने की सराहना

रुद्रप्रयाग, 18 जून (हि. स.)। केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं को साफ सुथरे माहौल में बाबा केदार के दर्शन हो रहे हैं, जिससे तीर्थयात्रियों में भी खुशी देखने को मिल रही है। धाम में निरंतर सफाई अभियान चलाने से तीर्थपुरोहितों ने भी नगर पंचायत के सफाई कर्मियों की सराहना की है। अब तक गंदगी फैलाने पर 46 लोगों के चालान किए गए हैं और 20 हजार 200 का जुर्माना भी वसूला गया है।

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशों पर नगर पंचायत केदारनाथ के अधिशासी अधिकारी चन्द्रशेखर चौधरी की मौजूदगी में लगातार सफाई अभियान चलाया जा रहा है। समय-समय पर चलाए जा रहे अभियान में बड़ी मात्रा में कूड़ा एकत्र किया जा रहा है। अभियान में रास्तों के साथ ही नदी किनारे गिरी गंदगी को हटाया जा रहा है जबकि यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सफाई अभियान के साथ ही केदारपुरी में साफ सुथरे वातावरण को देखकर तीर्थपुरोहितों ने नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों और पर्यावरण मित्रों की प्रशंसा की।

केदारनाथ में वर्षो से रह रहे ललित राम दास महाराज ने भी नपं के प्रयासों की प्रशंसा की। अभियान से प्रेरित होकर यात्री और साधु संत भी सहयोग कर रहे हैं। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी चन्द्रशेखर चौधरी ने बताया कि धाम में लगातार सफाई अभियान जारी है। अब तक गंदगी फैलाने पर 46 लोगों के चालान किए गए हैं और 20 हजार 200 का जुर्माना भी वसूला गया है। केदारनाथ धाम को स्वच्छ बनाने के लिए नपं पूरी तरह तत्पर है। अभियान में नगर पंचायत में तैनात पर्यावरण पर्यवेक्षक हिमांशु नेगी, सफाई नायक मुकेश कुमार, नंदन सिंह के साथ ही सुलभ इंटरनेशनल संस्था के रंजीत सिंह एवं पर्यावरण मित्र शामिल थे।

केदारनाथ में गंदगी फैलाने पर छः लोगों के चालान:

केदारनाथ में नगर पंचायत द्वारा गंदगी फैलाने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। मंगलवार को केदारनाथ में गंदगी फैलाने पर छह व्यापारियों के चालान किए गए।

नगर पंचायत केदारनाथ के अधिशासी अधिकारी चन्द्रशेखर चौधरी ने बताया कि केदारनाथ धाम को स्वच्छ बनाने के लिए नगर पंचायत निरंतर कार्य कर रही है। ऐसे में जो लोग गंदगी फैला रहे हैं, उन पर यथासमय कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को धाम में छह व्यापारियों का चालान किया गया, जिनसे 8,500 रुपये अर्थदंड के रूप में वसूल किए गए।