गुमला, 26 नवंबर (हि.स.)। कामडारा प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत जामडीह रसाटोली गांव में आज भी लोग निर्झर तुरतुरी नाम से प्रसिद्ध स्थल से सालों भर पानी पीते हैं। गांव के लोगों के अनुसार इस निर्झर तुरतुरी में सालों भर पानी पालकोट की पहाड़ से पहुंचता है। इस जगह के पानी का विशेष महत्व है। यहां गर्मी के मौसम में ठंडा और ठंड के मौसम में गर्म पानी मिलता है। इस पानी का उपयोग गांव वाले पेयजल के साथ-साथ नहाने धोने में उपयोग करते हैं। यहां पूरे वर्ष भर पानी निकलता है। गांव के पहान इस स्थल पर विशेष पूजा-अर्चना भी करते हैं।
महज छोटे से जगह पर एक चट्टान के टुकड़े से एक सी रफ्तार में गिरने वाला काफी स्वादिष्ट पानी का उपयोग गांव वाले करते हैं। ग्रामीण लिबिन सोरेंग, जेवियर सोरेंग, बुधवा खड़िया, फुलकेरिया सोरेंग, मरियम सोरेंग समेत कई अन्य लोगों ने बताया कि गांव वाले निर्झर तुरतुरी के पेयजल का ही उपयोग खाना बनाने व पीने के उपयोग में करते हैं। किदवंती के अनुसार गांव वालों का मानना है कि पालकोट के पहाड़ का पानी यहां पहुंचता है।
बहरहाल, मामला जो भी हो, पर इस छोटे से जगह पर 24 घंटे एक ही रफ्तार से निकलने वाले पानी में कई रहस्य अब भी छुपे हैं। इसलिए इस जगह पर जाने में परेशानी होने की बात भी गांव के पहान बताते हैं। इसलिए हमेशा इस निर्झर तुरतुरी स्थल पर पहान के द्वारा पूजा-अर्चना की जाती है। साफ व स्वादिष्ट मीठे पानी से यहां के लोग सालों भर अपनी प्यास बुझाते हैं।