बीजापुर, 13 मई (हि.स.)। जिले में 10 मई को पीडिया के जंगलों में लगभग 12 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद जवानों ने 12 नक्सलियों को ढेर कर, घटनास्थल से हथियार समेत 12 शव भी बरामद किए गए थे। इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय ग्रामीण समाज सेवी बेला भाटिया और नक्सली सभी एक सुर में मुठभेड़ प्रश्न चिन्ह खड़े करते हुए पीडिया मुठभेड़ को फर्जी बता रहे हैं।
नक्सलियों ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पीएलजीए के सदस्य कामरेड् पूनेम कल्लू, उईका बुधू, कुंजाम लक्के-उण्डान छोटू को एरिया कमेटी, पीपीसी सदस्य बताया है, बाकी सभी को ग्रामीण बताकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने ग्रामीणों के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से नक्सलियों का रचाया हुआ षड्यंत्र है। पीडिया मुठभेड़ में जो लोग मारे गए हैं वह सभी के सभी नक्सली थे और उनसे जुड़े हुए सभी तथ्य और पुख्ता सबूत पुलिस के पास मौजूद हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सोमवार को नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने मारे गये दो को अपना नक्सली सदस्य होना बताया है और 10 लोगों को ग्रामीण बताते हुए निर्माम तरीके से हत्या करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। नक्सलियों ने तेंदूपत्ता तोड़ाई करने वाले ग्राामीण पर अंधाधुध फायरिंग कर छह निर्दोष ग्रामीणों के गंभीर रूप से घायल होना भी बताया है। वहीं 55 ग्रामीणों को कैंप में रख कर यातनाएं देने एवं कुछ लोंगो से मार-पीट कर छोड़ देना का आरोप लगाया है। नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पीएलजीए के सदस्य कामरेड् पूनेम कल्लू, उईका बुधू बीमार के चलते सीविल सें गांव मे थे, कुंजाम लक्के-उण्डान छोटू को एरिया कमेटी, पीपीसी सदस्या बताया है।