उत्तर कोलकाता में पीएम मोदी का भव्य रोड शो, देखने उमड़े लोगों ने बरसाए फूल

कोलकाता, 28 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता में भव्य रोड शो किया। मंगलवार की शाम उत्तर कोलकाता के श्याम बाजार फाइव प्वाइंट क्रॉसिंग से भाजपा उम्मीदवार तापस राय को साथ लेकर उन्होंने रोड शो की शुरुआत की। इसके पहले उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर मल्यार्पण किया और बाग बाजार के प्रसिद्ध मां शारदा के अंतिम निवास वाले घर “मायेर बाड़ी” में पूजा अर्चना की। इसके बाद तापस राय को साथ लेकर पीएम ने विधान सरणी में रोड शो की शुरुआत की। यह स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास वाला इलाका है जहां पीएम मोदी को देखने के लिए सड़कों के दोनों ओर हजारों की संख्या में लोग उमड़े हुए थे।

एसपीजी ने पूरे क्षेत्र को अपने सुरक्षा घेरे में ले रखा था और कोलकाता पुलिस के विशेष तौर पर प्रशिक्षित जवानों की तैनाती भी पूरे इलाके में की गई थी। बांस की बल्लियों से सड़कों के दोनों किनारो को घेर दिया गया था जिसके चारों तरफ लोगों का हुजूम पीएम मोदी को देखने के लिए उमड़ा हुआ था। एक खुली जीप पर पीएम मोदी के साथ तापस राय के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सवार थे। सड़क के दोनों ओर युवा, बुजुर्ग, महिलाओं के साथ बड़ी तादाद में उमड़े आम लोगों ने पीएम मोदी को देखकर तस्वीर खींचनी शुरू कर दी। सड़क के दोनों और इमारतों पर खड़े लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आसमान से फूल बरसाए और जय श्री राम के नारे भी लगाए। पीएम मोदी ने इस दौरान वाहन सवार होकर सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों का हंस-हंसकर अभिवादन किया और हाथ जोड़े। सुरक्षा कारणों से लोगों को सड़क के किसी भी हिस्से को पार करने की अनुमति नहीं दी गई थी और पूरे इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था रोक दी गई थी। पीएम मोदी का रोड शो स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास के पास खत्म हुआ जहां मौजूद स्वामी जी की विशालकाय प्रतिमा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम का समापन किया है।

इसके पहले दिन के समय एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण मिशन जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को बदनाम करने का आरोप लगाया। पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की गुंडागर्दी इतनी बढ़ गई है कि अब वे रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम जैसे प्रतिष्ठित धार्मिक संस्थाओं को धमकी दे रहे हैं।