उत्तराखंड में जैन मुनियों के साथ बदसलूकी, लोगों ने जताया आक्रोश, सीएम भी एक्शन मोड में

Misbehavior with jain Monks: उत्तराखंड दौरे पर आए जैन भिक्षुओं के साथ बदसलूकी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अब इस घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक को सभी तथ्यों की जांच कर उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. 

वहीं इस मामले में चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक दीपक लिंगवाल ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक युवक जैन समाज के साधु-संतों की जाति और धर्म को लेकर वीडियो बनाता नजर आ रहा है. वीडियो की सत्यता की जांच की गई तो पता चला कि वीडियो तोताघाटी क्षेत्र में बनाया गया है. 

जैन मुनियों के साथ दुर्व्यवहार

मिली जानकारी के मुताबिक यूट्यूबर सूरज सिंह ने दिगंबर जैन संप्रदाय के कुछ साधुओं के साथ अभद्र व्यवहार किया. रास्ते में उसे रोककर उस पर कमेंट किया। साथ ही उनके साथ अभद्रता भी की. युवक ने वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस वीडियो से जैन समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं. वीडियो सामने आने के बाद योजना ग्रुप (यूथ ऑफ जैनिज़्म नाउ एक्टिव) ने वीडियो को एक्स पर शेयर किया। इस पोस्ट के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, डीजीपी अभिनव कुमार समेत तमाम अधिकारियों को टैग कर शिकायत की. उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले में चमोली पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए. सीएम धामी ने इस मामले में कार्रवाई के भी आदेश दिए. इसके बाद युवक सूरज सिंह के खिलाफ धारा 153ए, 295ए आईपीसी और 67ए आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। 

 

यूट्यूबर ने माफ़ी मांगी

जब यह मामला सामने आया तो यूट्यूबर ने एक वीडियो जारी कर माफी मांगी. सूरज सिंह ने कहा, मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं. मैं एक गलती की है। मेरा व्यवहार और मेरे बोलने का तरीका शायद लोगों और जैन समाज को पसंद न आये. मैं उन जैन मुनियों और जैन समाज से क्षमा मांगता हूं। मैं ऐसा नहीं करना चाहता था. मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि मुझे माफ कर दें.’ मेरा किसी को परेशान करने या किसी समाज को कुछ कहने का कोई इरादा नहीं था. मैं ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास कर रहा था। हो सकता है मेरा तरीका थोड़ा गलत हो. 

यूट्यूबर ने माफी मांगते हुए कहा कि ये वीडियो काफी पहले बनाया गया था लेकिन बाद में अपलोड किया गया. उन संतों से मेरी मुलाकात हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती है. नहीं तो मैं उन साधुओं से माफ़ी मांग लेता. यह त्रुटि अब नहीं होगी.