‘प्राकृतिक संसाधनों को बचाएं, सबके लिए समृद्धि लाएं’ के उद्देश्य से पीएयू किसान मेला संपन्न, आखिरी दिन भी किसानों ने खरीदे बीज व अन्य सामान

लुधियाना: ‘प्राकृतिक संसाधनों को बचाएं, सबके लिए समृद्धि लाएं’ के उद्देश्य से पीएयू का दो दिवसीय किसान मेला शनिवार को संपन्न हो गया। दूसरे और आखिरी दिन भी किसानों ने पीएयू के वैज्ञानिकों से अहम जानकारी हासिल की और बीज के साथ-साथ अन्य सामान भी खरीदा।

इस मौके पर पीएयू के वाइस चांसलर डाॅ. सतबीर सिंह गोसल ने कहा कि आज पानी और पर्यावरण बचाना बहुत जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि घटता जल स्तर एवं घटती उर्वरता चिंता का विषय है. उन्होंने किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि पराली में भी 33 प्रतिशत ऐसे तत्व होते हैं जिनके महत्व को नकारा नहीं जा सकता। पर्यावरण को बचाने के लिए डाॅ. गोसल ने अधिक से अधिक पौधे लगाने की बात कही। उन्होंने सतही बीज मशीन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बड़ी संख्या में मेले में पहुंचने के लिए किसानों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने हाथों में 10 किलो पौधे लेकर पूरा मेला देखा। कैमरे में कैद हुई बड़ी संख्या में गाड़ियां इस बात का सबूत है कि मेले में लाखों किसान शामिल हुए, जो पीएयू के प्रति किसानों की विश्वसनीयता को दर्शाता है। वर्तमान मांग के अनुरूप विश्वविद्यालय ने सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों तक नई जानकारी पहुंचाने का प्रयास किया है। इसलिए किसानों को पीएयू फेसबुक लाइव, डिजिटल अखबार एग्री संदेश और व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने की जरूरत है ताकि वैज्ञानिक कृषि की हर प्रासंगिक जानकारी उन तक समय पर पहुंच सके।

डॉ। घोषाल ने कृषि आय बढ़ाने के लिए कृषि खर्च कम करने और नई पीढ़ी को कृषि और कृषि शिक्षा से जोड़कर पंजाब का भविष्य उज्जवल बनाने की बात करते हुए केसर फसलों की बेहतर पैदावार की कामना की। किसानों को संबोधित करते हुए किसान आयोग के अध्यक्ष डाॅ. सुखपाल सिंह ने कहा कि दुनिया अच्छी तरह से जानती है कि दुनिया की एकमात्र यूनिवर्सिटी लुधियाना में पीएयू है जहां से पंजाब के किसान महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। डॉ। सुखपाल ने यह भी कहा कि अगर पंजाब के किसान को सही एमएसपी मिलता तो शायद वह कभी कर्ज में नहीं डूबता. उन्होंने स्वामीनाथन रिपोर्ट का भी जिक्र किया.

इस अवसर पर विशेष अतिथि एवं पीएयू के पूर्व छात्र राम चंद तथा पीएयू के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी किसानों के साथ अपने विचार साझा किये। किसान मेले के अंतिम दिन कृषि उत्पादों की प्रतियोगिताएं हुईं और विजेताओं को कुलपति डाॅ. सतबीर सिंह गोसल, किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सुखपाल सिंह, अतिथियों व संगठन के अन्य उच्च अधिकारियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन अपर निदेशक संचार डाॅ. तेजिंदर सिंह रियाड़ ने किया। इस मौके पर गायक जोड़ी हरबंस रसीला और राज गुलजार ने विभिन्न गीतों के माध्यम से किसानों का मनोरंजन किया.