पटना फ्लाइट का किराया पेरिस से भी महंगा, यात्रा से पहले टिकट की कीमत जांच लें

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पटना फ्लाइट टिकट की कीमत: ट्रेनों में सीटें उपलब्ध नहीं हैं, लोग किसी तरह छठ पूजा पर अपने घर पहुंच रहे हैं। देश के सभी बड़े शहरों से बिहार जाने वाली ट्रेनों की हालत बेहद खराब है। स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ है, रेलवे ने छठ पूजा के मौके पर कई स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन वह नाकाफी हैं।

दरअसल, छठ पूजा (chhath puja 2024) पर हर साल यही स्थिति होती है, ट्रेनें लोगों से खचाखच भरी होती हैं, स्पेशल के नाम पर प्रीमियम ट्रेनें चलाई जाती हैं, जिनका किराया आम ट्रेनों से कहीं ज्यादा होता है. वहीं, पटना समेत बिहार-झारखंड के कई शहरों में फ्लाइट की सुविधा भी उपलब्ध है. लेकिन छठ पूजा (Flight on Chhath Puja 2024) पर फ्लाइट का किराया सुनकर आप चौंक जाएंगे.

छठ पूजा पर हवाई जहाज का किराया आसमान छू रहा है

मंगलवार को छठ पूजा पर दिल्ली से पटना का हवाई किराया 10 हजार से 23 हजार रुपये के बीच पहुंच गया है। दरअसल, बढ़ती मांग को देखते हुए फ्लाइट टिकटों के दाम भी आसमान पर पहुंच गए हैं। आम दिनों में दिल्ली से पटना का हवाई किराया 5 हजार रुपये के आसपास रहता है। लेकिन छठ पूजा के दौरान हवाई किराया तीन गुना बढ़ गया है।

दरअसल, एयरलाइंस कंपनियां भी मौके का फायदा उठा रही हैं, दिल्ली से पटना जाने वाले यात्रियों को करीब सवा दो घंटे की हवाई यात्रा के लिए अधिकतम 23 हजार रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।

वहीं, 5 नवंबर को दिल्ली से दुबई का हवाई किराया (Delhi to Dubai Air Ticket Price) करीब 12 हजार रुपये है, जबकि दिल्ली से पेरिस (फ्रांस) का हवाई किराया 22500 रुपये है. ऐसे में दिल्ली से दुबई के मुकाबले बिहार के लिए हवाई टिकट का दाम दोगुना हो गया है, जबकि 5 नवंबर को दिल्ली से पटना और दिल्ली से पेरिस का किराया एक समान है.

उड़ानों में भी भारी भीड़

इतना ही नहीं, महानगरों से बिहार-झारखंड के दूसरे शहरों के लिए हवाई किराए में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। मंगलवार को दिल्ली से देवघर का हवाई किराया 14,668 रुपये हो गया है। जबकि बुधवार के लिए दिल्ली से देवघर का हवाई टिकट 10,258 रुपये है। वैसे, आम दिनों में दिल्ली से देवघर का हवाई किराया 5500 रुपये के आसपास रहता है।

आपको बता दें, छठ पूजा कल यानी मंगलवार से शुरू हो जाएगी. नहाय-खाय मंगलवार 5 नवंबर को है, खरना अगले दिन यानी 6 नवंबर को है. जबकि 7 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और फिर 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाएगा.