नागपुर में बन रहा पतंजलि मेगा फूड एवं हर्बल पार्क अब अपने अंतिम चरण में है, जिसमें अब तक 700 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है। इस पूरी परियोजना के लिए कुल 1500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई गई है।
यह फूड पार्क भारत में फल एवं सब्जी प्रसंस्करण के क्षेत्र में एक प्रमुख केन्द्र बनने जा रहा है। यह आधुनिक तकनीक का उपयोग करके जूस, जूस कंसन्ट्रेट, पल्प और पेस्ट का उत्पादन करेगा। यह प्रसंस्करण इकाई विशेष रूप से नागपुर के प्रसिद्ध संतरे और अन्य खट्टे फलों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी।
खट्टे फलों के अलावा, इस पार्क में आम, अनार, अमरूद, पपीता, स्ट्रॉबेरी, टमाटर और गाजर जैसे फलों का भी प्रसंस्करण किया जाएगा। इसके अलावा यहां अत्याधुनिक पैकेजिंग इकाई भी स्थापित की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि तैयार उत्पादों की गुणवत्ता वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाए रखी जा सकेगी। इस निवेश से न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर बुनियादी ढांचे के विकास में भी योगदान मिलेगा। इस परियोजना से किसानों को भी लाभ होगा क्योंकि पतंजलि सीधे किसानों से उत्पाद खरीदेगी और उन्हें जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
पतंजलि का यह मेगा फूड पार्क न केवल कृषि क्षेत्र को मजबूती देगा बल्कि इसे एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में भी विकसित करेगा। इससे विदर्भ क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नया विस्तार मिलेगा।