पासपोर्ट आवेदन नियम: अगर आप पासपोर्ट बनवाने जा रहे हैं तो अपने आवेदन पत्र और दस्तावेजों में दी गई जानकारी को ठीक से जांच लें। अगर जानकारी में कोई त्रुटि है तो विभाग सीधे उसे रद्द कर रहा है और आवेदकों को नए सिरे से आवेदन करना पड़ रहा है। जबकि पहले अगर कोई त्रुटि होती थी तो उसे ठीक किया जा सकता था। ऐसे 100 आवेदन हर दिन रद्द हो रहे हैं।
महमूरगंज स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में भी लोगों को इसी समस्या से जूझना पड़ रहा है। आवेदन करते समय आवेदक का पूरा नाम, पता, पत्नी का नाम, पिता का नाम, गलत जानकारी, दस्तावेजों से जानकारी मेल नहीं खाने पर हर दिन 100 से अधिक आवेदकों के पासपोर्ट रद्द किए जा रहे हैं। उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया जा रहा है कि आवेदन पत्र में गलती है, दोबारा आवेदन करें, शुल्क जमा करें और अगले दिन आएं।
इन जिलों से हर दिन 500 से अधिक लोग पासपोर्ट बनवाने आते हैं
पासपोर्ट कार्यालय में हर दिन आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, बलिया और जौनपुर जैसे जिलों से 500 से ज्यादा लोग पासपोर्ट बनवाने आते हैं। जब उस दिन उनका पासपोर्ट नहीं बनता तो उन्हें गर्मी में निराश होकर अपने जिलों को लौटना पड़ता है। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में सामान्य पासपोर्ट बनाने के लिए 780 स्लॉट और तत्काल के लिए 120 स्लॉट हैं। लेकिन हर दिन एक हजार से बारह सौ लोग सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन करते हैं। जबकि तत्काल के लिए 50 से 70 लोग आवेदन करते हैं।
आवेदन क्यों रद्द हो रहे हैं?
पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि लखनऊ मुख्यालय ने पासपोर्ट नियमों में बदलाव करते हुए कहा है कि अब किसी भी आवेदक के फॉर्म में कोई त्रुटि होने पर उसमें संशोधन नहीं किया जाएगा, बल्कि सीधे फॉर्म निरस्त कर दिया जाएगा। जिसके चलते फॉर्म निरस्त हो रहे हैं।