अग्निवीर बनने का जुनून, बारिश में भी दौड़े हजारों नौजवान, वाराणसी में भर्ती रैली शुरू
News India Live, Digital Desk: भारत माता की जय" के नारों से गूंजता मैदान, आंखों में फौजी बनने का सपना और बारिश की बूंदों के बीच भी कदम न रोकने का जज्बा... कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है वाराणसी (बनारस) में, जहां अग्निवीर भर्ती रैली का आगाज हो चुका है. शुक्रवार देर रात से ही छावनी क्षेत्र के रणबांकुरे स्टेडियम में युवाओं का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया था, जो देश की सेवा के लिए सेना में शामिल होने आए हैं.
यह भर्ती रैली 18 नवंबर तक चलेगी और इसमें उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के हजारों युवा अपनी किस्मत आजमाएंगे.
पहले दिन क्लर्क और ट्रेड्समैन पदों के लिए हुई दौड़
भर्ती के पहले दिन, यानी शनिवार को, अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर और ट्रेड्समैन (10वीं और 8वीं पास) के पदों के लिए प्रक्रिया पूरी की गई. इसके लिए आजमगढ़, बलिया, देवरिया, गाजीपुर, गोरखपुर, मऊ और वाराणसी के युवाओं को बुलाया गया था.
आधी रात से ही स्टेडियम के बाहर युवाओं की लंबी-लंबी कतारें लग गई थीं. सभी के चेहरे पर जोश और आंखों में एक उम्मीद साफ झलक रही थी. भोर होते-होते हल्की बारिश शुरू हो गई, जिससे मैदान में थोड़ा कीचड़ भी हो गया, लेकिन युवाओं का हौसला कम नहीं हुआ.
कैसी थी पूरी प्रक्रिया?
- दस्तावेजों की जांच: सबसे पहले सभी अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, शैक्षिक प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की गई.
- शारीरिक माप: इसके बाद सभी की लंबाई, वजन और सीने की माप ली गई.
- 1600 मीटर की दौड़: इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद शुरू हुई सबसे बड़ी परीक्षा - 1600 मीटर की दौड़. बारिश से गीले ट्रैक पर भी युवाओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. दौड़ को पास करने के लिए निर्धारित समय 5 मिनट 45 सेकंड था. दौड़ में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को अगले चरण के लिए चुना गया.
- अन्य शारीरिक परीक्षण: दौड़ के बाद सफल उम्मीदवारों को बीम पुलिंग (चिन-अप्स) और जिगजैग बैलेंसिंग जैसे अन्य फिजिकल टेस्ट से भी गुजरना पड़ा.
सेना के अधिकारियों ने पूरी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखी और हर कदम पर पारदर्शिता सुनिश्चित की गई.
आगे का क्या है शेड्यूल?
आने वाले दिनों में टेक्निकल और जनरल ड्यूटी (जीडी) जैसे पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी. जीडी के लिए सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. यह भर्ती रैली सिर्फ एक नौकरी पाने का मौका नहीं, बल्कि देश के युवाओं के लिए अपने देशभक्ति के जज्बे को साकार करने का एक बड़ा मंच है.
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