संसद: संसद की गरिमा बनाए रखने के लिए…स्पीकर ने दी सलाह, लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

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संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. आखिरी दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सत्ता पक्ष के सदस्यों ने पिछले दिन की धक्का-मुक्की को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष ने विजय चौक पर धरना दिया. अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर प्रचारित करने के आरोप में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के पांच मिनट के अंदर ही इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.

 

उपराष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज

राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने राज्यसभा अध्यक्ष और उपसभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को खारिज कर दिया है।

स्पीकर ने दी सख्त हिदायत

एक दिन पहले हुई भगदड़ के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विरोध प्रदर्शन को लेकर निर्देश दिए हैं. लोकसभा अध्यक्ष ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी राजनीतिक दल या सांसदों का समूह संसद भवन के किसी भी गेट पर विरोध प्रदर्शन नहीं करेगा.

राहुल गांधी को लोकसभा से निलंबित करने की मांग

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लोकसभा से निलंबित करने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने राहुल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना ​​का नोटिस जारी किया है.

कोई भी पश्चाताप निंदनीय नहीं- निशिकांत दुबे

.मैंने राहुल गांधी को मकर द्वार पर चढ़ते देखा, इसलिए मैंने और एक अन्य नेता ने इसे देखा और हमने उन्हें जगह देने का फैसला किया। ऊपर चढ़ने के बाद राहुल गांधी ने हमारे बगल में मौजूद प्रताप सारंगी जी, संतोष पांडे जी को धक्का दे दिया. मुकेश ने राजपूत जी और वहां खड़े सभी लोगों को धक्का दे दिया. इस पार्टी का घिनौना चेहरा मैंने पहली बार देखा. जिस तरह से हमारे सांसदों को इधर-उधर धकेला गया, उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उसके बाद कोई पछतावा नहीं दिखाया गया, वह निंदनीय है…”

 

 

 

संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लोकसभा और राज्यसभा दोनों में लाया गया है. उन्हें लोकसभा में राहुल गांधी के खिलाफ खड़ा किया गया है क्योंकि उन्होंने अमित शाह के भाषण की 12 सेकंड की क्लिप के जरिए झूठ फैलाया था. राज्य विधानसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ भी इसी कारण से नोटिस भेजा गया था…”