क्या गाय का दूध शिशुओं के लिए हानिकारक है: नवजात शिशुओं, विशेषकर 6 महीने से ऊपर के बच्चों के आहार में क्या करें और क्या न करें। इसे लेकर माता-पिता हमेशा चिंतित रहते हैं। एक मां के लिए 6 महीने के बढ़ते बच्चे के लिए पर्याप्त दूध का उत्पादन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में माता-पिता अपना पेट भरने के लिए बच्चे को गाय का या पैकेट वाला दूध पिलाना शुरू कर देते हैं। लेकिन डॉक्टर एक साल से कम उम्र के बच्चों को गाय का दूध देने से साफ मना कर देते हैं और फॉर्मूला दूध पीने की सलाह देते हैं। आइए विशेषज्ञों से जानें कि बच्चों को गाय का दूध क्यों नहीं पिलाना चाहिए।
हाई कॉम्प्लेक्स प्रोटीन
गाय के दूध में कॉम्प्लेक्स प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। ये जटिल प्रोटीन छोटे बच्चों की किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं। दरअसल, बच्चों का पाचन तंत्र इन प्रोटीनों को ठीक से पचा नहीं पाता है, जिससे किडनी खराब हो सकती है और मल या दस्त में खून आ सकता है।
आयरन
की कमी गाय के दूध में आयरन, विटामिन-सी और अन्य पोषक तत्वों की कमी शिशु के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। जन्म के तुरंत बाद बच्चे को गाय का दूध पिलाने से उनके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है।
विटामिन-सी की कमी
गाय के दूध में विटामिन-सी की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। आपको बता दें कि विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है जिससे बच्चे को जल्दी बीमार होने से बचाने में मदद मिलती है।
पोषण की कमी
गाय के दूध में बच्चे के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है। गाय के दूध में पानी मिलाकर देने से बच्चे को सही मात्रा में फैट नहीं मिल पाता है।
मोटापा
गाय का दूध पीने से बच्चा मोटापे का शिकार हो सकता है। दरअसल, गाय के दूध में फॉस्फेट और प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। जिसके कारण बच्चे का वजन बढ़ने लगता है और शरीर पर अतिरिक्त चर्बी होने के कारण उनका विकास रुकने लगता है।
सलाह:
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए फॉर्मूला दूध सर्वोत्तम है। आसान शब्दों में कहें तो बच्चे को एक साल के बाद ही गाय का दूध देना चाहिए।