गोवा विश्वविद्यालय में एक असिस्टेंट प्रोफेसर को परीक्षा के पेपर लीक करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक महिला छात्रा को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र के सवाल बता दिए। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति हीरालाल बी. मेनन ने जांच के आदेश जारी किए हैं।
उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच के लिए फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी गठित की है और उसे 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
कुलपति ने कहा – आरोप गंभीर, जांच पूरी होने तक सस्पेंशन रहेगा
सोमवार को कुलपति ने निलंबन का आदेश जारी करते हुए कहा,
“एक शिक्षक पर पेपर लीक का आरोप गंभीर है। इसलिए, उन्हें सस्पेंड किया गया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे अपने पद पर नहीं रहेंगे।”
भारतीय रेलवे का किराया पश्चिमी और पड़ोसी देशों से सस्ता – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
मीडिया से बात करते हुए कुलपति मेनन ने यह भी कहा कि अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
उन्होंने कहा,
“पेपर लीक की कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है। मेरे एक सहयोगी ने केवल यह सूचना दी थी कि किसी ने उनकी केबिन में आकर यह हरकत की। इसके बाद, डीन ने आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर से बात की। उन्होंने सफाई दी कि वे केवल कुछ केमिकल लेने गए थे और फिर उन केमिकल्स से छात्रों को प्रयोग करवाया था।”
असिस्टेंट प्रोफेसर ने आरोपों को किया खारिज
विवादों में घिरे असिस्टेंट प्रोफेसर ने खुद पर लगे आरोपों को पूरी तरह नकार दिया है।
उन्होंने दावा किया कि किसी भी फैकल्टी मेंबर ने उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई और न ही कोई सबूत मिला है जो यह साबित कर सके कि उन्होंने प्रश्नपत्र चुराया था।
हालांकि, यह मामला तब तूल पकड़ने लगा जब रविवार को एक पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करवाई गई।
क्या है पुलिस शिकायत में?
शिकायत में कहा गया कि:
- असिस्टेंट प्रोफेसर अपने साथी शिक्षक की केबिन में घुसे।
- उन्होंने वहां से फिजिक्स का प्रश्नपत्र चुरा लिया।
- बाद में उन्होंने एक महिला छात्रा को परीक्षा से पहले ही सभी सवाल बता दिए।
हालांकि, अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं की है।
यूनिवर्सिटी में मचा हंगामा, ABVP ने किया विरोध प्रदर्शन
सोमवार को यह मामला विश्वविद्यालय में बड़े विवाद का कारण बन गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की कि:
- आरोपी शिक्षक के खिलाफ सख्त जांच हो।
- यदि दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए।
- पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जाए।