जब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टूर्नामेंट शुरू भी नहीं हुआ था, तब भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव की स्थिति बन रही थी। अंततः टीम इंडिया के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया, जिसके कारण उसके मैच दुबई में आयोजित किये गये।
कार्यक्रम के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल लाहौर में खेला जाना था, लेकिन भारत के फाइनल में पहुंचने के बाद, फाइनल का स्थान लाहौर से बदलकर दुबई कर दिया गया है। इस बदलाव के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
भारत-पाक को फाइनल में करोड़ों का नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टूर्नामेंट के लिए कुल 586 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। टूर्नामेंट में कुल 15 मैच खेले जाने थे और प्रत्येक मैच के लिए करीब 39 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था। अब तक भारत के सेमीफाइनल समेत 4 मैच दुबई में खेले जा चुके हैं, जबकि मूल कार्यक्रम के अनुसार ये चारों मैच पाकिस्तान में खेले जाने थे। भारतीय टीम के चार मैचों के कारण पीसीबी को अब तक 156 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। चूंकि भारत फाइनल में पहुंच गया है, इसलिए यह दुबई में खेला जाएगा। इससे पाकिस्तान का कुल नुकसान 195 करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशंका है।
पाकिस्तान को निराशा का सामना करना पड़ा
इस मैदान का पहले पाकिस्तान में नवीनीकरण किया गया था। इससे पहले रावलपिंडी, कराची और लाहौर के मैदानों के नवीनीकरण के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई गई थी। पीसीबी को उम्मीद थी कि निर्माण पूरा होने के बाद मैदान दर्शकों से भर जाएगा, लेकिन उम्मीद से कम लोग मैच देखने आए। पाकिस्तान ग्रुप चरण में ही बाहर हो गया तथा दो मैच बारिश के कारण रद्द हो गए, जिससे स्थिति और खराब हो गई। पीसीबी को रावलपिंडी मैदान पर बिना टॉस के रद्द हुए मैचों के टिकट के पैसे भी वापस करने पड़े।