पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने गुरुवार को दावा किया कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी से उन्हें लगभग 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 3 बिलियन पाकिस्तानी रुपये) का लाभ हुआ है।
PCB के प्रवक्ता आमिर मीर और मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जावेद मुर्तजा ने मीडिया को संबोधित किया और उन रिपोर्टों को खारिज किया, जिनमें कहा गया था कि वनडे टूर्नामेंट की मेजबानी और स्टेडियमों के अपग्रेडेशन से बोर्ड को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है।
PCB को हुआ बड़ा आर्थिक लाभ
- आमिर मीर ने कहा, “टूर्नामेंट के सभी खर्च ICC ने वहन किए, जबकि PCB ने गेट मनी और टिकट बिक्री से अच्छा राजस्व अर्जित किया। ऑडिट के बाद हमें ICC से 3 बिलियन रुपये और मिलने की उम्मीद है।”
- PCB ने 2 बिलियन रुपये के राजस्व लक्ष्य को पार कर लिया और अब उनका कुल राजस्व 10 बिलियन रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 40% अधिक है।
- उन्होंने यह भी कहा कि PCB अब दुनिया के तीन सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में शामिल हो गया है और 40 मिलियन रुपये का टैक्स भी चुका चुका है।
स्टेडियम अपग्रेड और निवेश
PCB के CFO जावेद मुर्तजा ने बताया कि बोर्ड ने कराची, लाहौर और रावलपिंडी स्टेडियमों के उन्नयन के लिए 18 अरब रुपये का बजट रखा था, जिसमें से पहले चरण के तहत 12 अरब रुपये आवंटित किए गए थे और 10.5 अरब रुपये पहले ही खर्च किए जा चुके हैं।
PCB प्रमुख मोहसिन नकवी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी रणनीति से बोर्ड का वित्तीय प्रदर्शन मजबूत हुआ है।
भारत बना चैंपियन, पाकिस्तान को हुआ फायदा
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में हुआ था, जिसमें टीम इंडिया 12 साल बाद विजेता बनने में सफल रही। हालांकि, पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को जीतने में नाकाम रहा, लेकिन PCB के लिए यह आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित हुआ।