पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर विवाद लगातार गंभीर होता जा रहा है। दोनों देशों ने सीमा पार एक-दूसरे के इलाकों में हमले तेज कर दिए हैं। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि रूस को दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील करनी पड़ी है।
रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने रविवार, 29 दिसंबर को बयान जारी कर कहा, “मॉस्को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव से चिंतित है और सभी पक्षों से शांति और संवाद की अपील करता है।”
रूस की अपील: रचनात्मक वार्ता पर जोर
रूसी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा,
“हम दोनों पक्षों से संयम बरतने और रचनात्मक वार्ता के माध्यम से मतभेद सुलझाने की अपील करते हैं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की जरूरत है।”
रूस की यह अपील उस घटना के बाद आई, जब शनिवार, 28 दिसंबर को सीमा पर झड़प में 19 पाकिस्तानी सैनिक और 3 अफगान नागरिकों की मौत हो गई।
तालिबान पर पाकिस्तान के आरोप
अफगान मीडिया अमू टीवी के मुताबिक:
- पाकिस्तान सेना ने दावा किया कि तालिबान ने बिना किसी उकसावे के उसकी सीमा चौकियों पर भारी हथियारों से हमला किया।
- पाक सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 15 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है।
- पाकिस्तानी सेना का कहना है कि यह झड़प तालिबान के समर्थन से की गई घुसपैठ की कोशिश के कारण हुई थी।
तालिबान का पलटवार: अलग दावा
तालिबान ने पाकिस्तानी सेना के दावे को खारिज करते हुए जवाबी आरोप लगाए।
- तालिबान के अनुसार, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पाक्तिका प्रांत में वायु सेना का इस्तेमाल करते हुए हमला किया।
- यह हमला अफगानिस्तान के बरमल जिले में शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाकर किया गया, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 46 लोगों की मौत हो गई।
- तालिबान ने दावा किया कि सीमा पर हुए हमले उसी हवाई हमले का जवाब था।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा विवाद: एक पुराना मुद्दा
डूरंड लाइन (पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा) पर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है।
- अफगानिस्तान डूरंड लाइन को मान्यता नहीं देता।
- पाकिस्तान का कहना है कि यह सीमा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है।
- सीमा पर झड़पें अक्सर होती रहती हैं, लेकिन हाल के दिनों में तनाव बढ़ गया है।