मुल्तान के मैदान पर दो अंग्रेज बल्लेबाजों ने तूफान मचा दिया. पाकिस्तान के गेंदबाजों को ऐसे धोया कि सालों तक याद रखा जाएगा. इंग्लैंड ने पहले टेस्ट की पहली पारी में 7 विकेट के नुकसान पर 823 रन बनाए। यानी 823 रन देने के बावजूद मेजबान टीम के गेंदबाज सभी विकेट नहीं ले सके. हैरी ब्रूक और जो रूट की जोड़ी ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को घुटनों पर ला दिया. ब्रुक ने जहां तिहरा शतक जड़ा, वहीं रूट ने भी 262 रन बनाकर विपक्षी टीम का खाता खोल दिया। इंग्लैंड की इस जोड़ी ने 67 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है.
मुल्तान में रूट-ब्रुक का कहर
टेस्ट के चौथे दिन जो रूट और हैरी ब्रूक ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी. रूट और ब्रूक से पहले पाकिस्तान के गेंदबाज दिन की शुरुआत से संघर्ष करते दिखे. रूट ने टेस्ट क्रिकेट में अपना छठा दोहरा शतक पूरा किया. दूसरे छोर से ब्रुक ने भी धमाल मचाया और अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक पूरा किया.
रूट ने 375 गेंदों पर 262 रनों की यादगार पारी खेली. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान के बल्ले से 17 चौके निकले. वहीं, ब्रुक ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखी और क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में तिहरा शतक जड़ दिया। ब्रुक ने 310 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया. ब्रुक ने 322 गेंदों पर 317 रनों की अविस्मरणीय पारी खेली. ब्रूक ने मुल्तान के मैदान पर 29 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के लगाए.
67 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
जो रूट और हैरी ब्रूक ने चौथे विकेट के लिए 454 रन जोड़े. इस साझेदारी के साथ ही इंग्लिश जोड़ी ने 67 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. रूट-ब्रूक के नाम टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी है। यह विदेशी धरती पर खेली गई अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी भी है. रूट और ब्रुक ने 1957 में पीटर मे और कॉलिन काउड्रे द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
इंग्लैंड ने चौथा सबसे बड़ा स्कोर बनाया
इंग्लैंड ने 823 रन का स्कोर बोर्ड पर लगाकर पारी घोषित करने का फैसला किया. इंग्लिश टीम ने टेस्ट क्रिकेट में चौथा सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. यह क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में इंग्लैंड का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर भी है। इंग्लैंड ने अपना 13 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है.