पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा कि आईबी इनपुट के आधार पर छापेमारी, रविवार को अफगानिस्तान की सीमा पर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लक्की मारवात जिले में सड़क किनारे बम विस्फोट के जवाब में शुरू की गई थी, जिसमें सात पाकिस्तानी सेना के सैनिक मारे गए थे। सेना के एक बयान में कहा गया है कि क्षेत्र में पाए गए अन्य आतंकवादियों को खत्म करने के लिए अभियान अभी भी जारी है और सुरक्षा बल पाकिस्तान में आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
शाहबाज शरीफ का सख्त रवैया
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक आतंकवादी हमले में एक कैप्टन समेत सात सैनिक मारे गये. रविवार को लक्की मारवात जिले के सरबंद पोस्ट पर आ रहे एक काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया. इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि लक्की मारवात जिले में हुए आतंकी हमले में एक कैप्टन समेत पाकिस्तानी सेना के जवानों की मौत से मैं बहुत सदमे में हूं. उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिकों और नागरिकों का बलिदान हम पर कर्ज है। जिसकी कीमत हमें अपने ही देश से आतंकवाद को खत्म करके चुकानी होगी।
हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली
रविवार के हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली। हालाँकि, पाकिस्तान इसके लिए तालिबान को दोषी मानता है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के नाम से जाना जाता है। टीटीपी अफगान तालिबान का सहयोगी है। पाकिस्तानी अधिकारी अक्सर अफगानिस्तान के तालिबान शासकों पर टीटीडी लड़ाकों को शरण देने का आरोप लगाते हैं। हालाँकि, अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के नेताओं ने बार-बार इस आरोप का खंडन किया है।