आज के समय में फिटनेस को लेकर बढ़ती जागरूकता के बीच जिम में वर्कआउट करने का चलन तेजी से बढ़ा है। लेकिन अगर एक्सरसाइज करते समय सही तकनीक का पालन न किया जाए तो यह सेहत बनाने की बजाय नुकसान पहुंचा सकता है।
ऑर्थोपैडिक डॉक्टरों के अनुसार, जिम में कई लोग ऐसे व्यायाम करते हैं जो उनके जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। वरिष्ठ ऑर्थोपैडिक सर्जन डॉ. अनुराग मिश्रा ने कहा कि जिम में कुछ व्यायाम करने से विशेष रूप से बचना चाहिए।
स्मिथ मशीन स्क्वाट्स: इस व्यायाम से कलाई और घुटनों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे आगे चलकर चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।
भारी डेडलिफ्ट: डेडलिफ्ट करते समय अगर सही स्थिति नहीं अपनाई जाए तो रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे डिस्क स्लिप की समस्या हो सकती है।
बिहाइंड द नेक प्रेस: यह कंधों और गर्दन पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे कंधों में अकड़न और मांसपेशियों में खिंचाव होता है।
लेग प्रेस मशीन पर बहुत अधिक वजन उठाना: इससे आपकी पीठ और घुटनों पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है, जिससे रीढ़ की हड्डी में चोट या घुटने में दर्द हो सकता है।
डॉ. मिश्रा कहते हैं कि जिम में एक्सरसाइज करने से पहले किसी प्रशिक्षित ट्रेनर से सही तकनीक सीखनी चाहिए। इसके अलावा वजन उठाने से पहले वॉर्मअप करना और अपनी सीमा में रहकर ही वर्कआउट करना जरूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
क्या सभी व्यायाम सभी के लिए सुरक्षित हैं? नहीं, हर व्यक्ति की शारीरिक क्षमता और चिकित्सा इतिहास अलग-अलग होता है। वर्कआउट प्लान व्यक्ति के हिसाब से बनाया जाना चाहिए।
क्या व्यायाम के दौरान दर्द होना सामान्य है?
हल्की-फुल्की खिंचावट सामान्य हो सकती है, लेकिन अगर लगातार तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जिम में वर्कआउट करते समय सावधानी बरतें और अपनी सेहत को प्राथमिकता दें। गलत तकनीक या अधिक वजन उठाने से लगी चोट लंबे समय तक परेशान कर सकती है।