खूंटी, 9 मई (हि.स.)। तोरपा के विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि सरना कोड के मामले में कांग्रेस और झारखड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों को बरगला रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए भोलेभाले आदिवासियों को इस तरह दिग्भ्रमित करना उचित नहीं है। तोरपा में गुरुवार शाम को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कोचे मुंडा ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में किसी पूजा स्थल के नाम पर कोई धर्म कोड नहीं है।
उन्होंने कहा कि हिंदू मंदिर में पूजा करते हैं, तो क्या मंदिर धर्म हो गया? ईसाई चर्च में प्रार्थना करते हैं, तो क्या चर्च धर्म हो गया। विधायक ने कहा कि आदिवासियों की धार्मिक आस्था के साथ राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरना झारखंड के कुछ हिस्सों में ही है। संथालपरगना में ही सरना नही है, वहां के आदिवासियों के पूजा स्थल को जोहर थान कहा जाता है, तो क्या हर राज्य के धर्मस्थल के अनुसार धर्म कोड बनाना संभव है? भाजपा के लोकसभा संयोजक कोचे मुंडा ने कहा कि अपने चुनावी लाभ के लिए कांग्रेस और झामुमो आदिवासियों को भयभीत कर रहे हैं, कि यदि भाजपा सत्ता में आई, तो आदिवासियों की जमीन लूट लेगी, क्या विपक्ष बता सकता है कि अब तक किसकी जमीन लूटी गई है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष संविधान बदलने की बात कहकर लोगों को भड़का रहा है, जबकि ऐसा कुछ है ही नहीं। विधायक ने लोगों से अपील की कि वे इन तथ्यहीन और मनगढ़ंत बातों पर ध्यान न दें और विकसित भारत के लिए भाजपा कें पक्ष में मतदान करें।