कोई भी इजरायली दूतावास सुरक्षित नहीं रहेगा: ईरान को खुली धमकी

तेहरान: इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर बमबारी की, जिससे दूतावास की पूरी इमारत नष्ट हो गई और दूतावास में चल रही वार्ता में भाग ले रहे दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई. दरअसल, ये बातचीत इस बात पर चल रही थी कि इस्लामिक देशों को इजराइल के खिलाफ किस तरह की रणनीति अपनानी चाहिए, तभी इजराइली युद्धक विमानों ने उस इमारत पर बमबारी की और उपरोक्त घटना घटी.

इससे भड़के ईरान ने खुलेआम इजराइल को धमकी देते हुए कहा कि अब इजराइल का एक भी दूतावास सुरक्षित नहीं रहेगा.

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेसी के सैन्य सलाहकार जनरल रहीम सफवी ने खुलेआम कहा है, ‘उस दुष्ट शासन (इजरायल) का एक भी दूतावास (दूतावास) अब सुरक्षित नहीं रहेगा।’

हालांकि, इजराइल ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है कि इस हमले में उसका सीधा हाथ था.

फिर मध्य-पूर्व के देशों में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो इतना सटीक निशाना लगा सके और इतनी बड़ी तबाही मचा सके. आइए एक पल के लिए मान लें कि मिस्र, सऊदी अरब या ईरान ऐसे विशिष्ट लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम हैं, लेकिन उन्हें मित्र देश ईरान के दूतावास पर हमला क्यों करना चाहिए। संक्षेप में, दोष पूरी तरह से इज़राइल पर आता है। अब देखना ये है कि ईरान क्या करता है.