दिल्ली विधानसभा चुनाव के माहौल में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर खतरे का नया इनपुट सामने आया है। खालिस्तानी संगठन से हमले की आशंका के बीच बुधवार को केजरीवाल नामांकन दाखिल करने के लिए घर से निकले। इस दौरान वह एक मंदिर भी गए। जब मीडिया ने उनसे उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल किया, तो केजरीवाल ने हाथ जोड़ते हुए कहा, “ऊपर वाला ही बचाएगा।”
केजरीवाल का बयान: भगवान पर भरोसा
खतरे को लेकर सवाल पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा:
“जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय। भगवान मेरे साथ हैं।
(हाथों की रेखा दिखाते हुए) जब तक लाइफलाइन है, तब तक जिंदा रहेंगे। जिस दिन लाइफलाइन खत्म होगी, ऊपर वाला उठा लेगा।“
खालिस्तानी संगठन से खतरे का इनपुट
- सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया जानकारी मिली है कि केजरीवाल पर खालिस्तानी संगठन से हमले का खतरा है।
- दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस इनपुट के बाद सतर्क हो गई हैं।
- केजरीवाल के पास जेड-प्लस सुरक्षा पहले से ही उपलब्ध है।
केजरीवाल पर हमले की घटनाएं: एक नजर
अरविंद केजरीवाल पर पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं।
- 2019 लोकसभा चुनाव:
- दिल्ली के सुल्तानपुरी में चुनाव प्रचार के दौरान एक युवक ने केजरीवाल को थप्पड़ मारा।
- 2014 आम चुनाव:
- गुजरात में प्रचार के दौरान उनकी गाड़ी पर हमला हुआ, जिससे कार के शीशे टूट गए।
- वाराणसी में प्रचार के दौरान उन पर स्याही और अंडों से हमला किया गया।
- सड़क पर थप्पड़ कांड:
- मुख्यमंत्री रहते हुए भी सार्वजनिक कार्यक्रमों में उन पर हमले किए गए।
सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
दिल्ली चुनावों के दौरान मिली खुफिया जानकारी के बाद:
- केजरीवाल की सुरक्षा का पुनर्मूल्यांकन किया गया।
- दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
- किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया गया है।
चुनावी माहौल और संभावित प्रभाव
- आम आदमी पार्टी (AAP) इस इनपुट के बाद BJP और अन्य विपक्षी दलों पर राजनीतिक साजिश का आरोप लगा सकती है।
- दूसरी ओर, इस घटनाक्रम से AAP समर्थकों में सहानुभूति की लहर बन सकती है।
- यह भी देखा गया है कि केजरीवाल अक्सर हमलों को लेकर संतुलित और आत्मविश्वासी रुख अपनाते हैं, जो जनता पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।